Rights & Liabilities of Liquidator in hindi


हेलो दोस्तों।

आज हम समापक के अधिकार और दायित्व के बारे में जानेंगे। 


समापक के अधिकार एवं दायित्व (Rights and Liabilities of Liquidator)


समापक के अधिकार (Rights of Liquidator)

इस सम्बंध में न्यायाधिकरण द्वारा दिये गए निदेशों के अधीन रहते हुए यदि कोई हो, न्यायाधिकरण द्वारा कंपनी के समापन में कंपनी समापक को निम्नालिखित शक्तियां होंगी। 


1. कंपनी के नाम मे तथा उसकी और से कोई वाद, अभियोजन या अन्य सिविल या दाण्डिक कानूनी कार्यवाही चलाना या उसमे प्रतिरक्षा करना। 


2. कंपनी के लाभकारी समापन के लिए जहां तक आवश्यक हो, कंपनी का व्यापार चलाना। 


3. कंपनी की अचल तथा चल सम्पति तथा वाद योग्य दावों को सार्वजनिक नीलाम या निजी अनुबंधों द्वारा बेचना। 




Rights & Liabilities of Liquidator in hindi
Rights & Liabilities of Liquidator in hindi




4. समस्त कंपनी उपक्रम को चालू व्यापार के रूप में बेचना। 


5. कंपनी की सम्पत्तियों को जमानत पर आवश्यक धनराशि प्राप्त करना। 


6. अन्य ऐसे समस्त कार्य करना जो कंपनी के कारोबार के समापन के लिए तथा उसकी सम्पत्तियों के वितरण के लिए आवश्यक हो। 


7. कंपनी के नाम पर या उसकी और से सभी कार्य करना तथा सभी प्रकार के विलेख लिखना। 


8. रजिस्ट्रार के यहां किसी शुल्क का भुगतान किए बिना कंपनी के सब अभिलेखों और विवरणियों का निरीक्षण करना। 


9. किसी अंशदायी के दिवालिया होने की दशा में उसकी जायदाद के विरुद्ध कंपनी के किसी दावे को सिद्ध करना तथा दिवालिये की सम्पति से लाभांश सम्पति से लाभांश प्राप्त करना। 


10. कंपनी के नाम मे तथा उसकी और से कोई विनिमय पत्र, हुंडी या प्रतिज्ञा पत्र लिखना स्वीकार करना या प्रश्टंकित करना। 


11. किसी मृत अंशदायी की सम्पति से धन प्राप्त करने के लिए प्रशासन पत्र को अपने सरकारी नाम मे प्राप्त करना तथा भुगतान प्राप्त करने के लिए सभी आवश्यक कार्य करना। 


12. किसी ऐसे कार्य को करने के लिए एजेंट नियुक्त करना, जिसे वह खुद करने में असमर्थ हो।


13. ऐसे समस्त कदम उठाना, कार्यवाहियां करना अथवा किसी कागज पत्र, विलेख, दस्तावेज, आवेदन, याचिका, शपथपत्र, बॉन्ड या प्रपत्र पर हस्ताक्षर, उसका निष्पादन या सत्यापन करना जो निम्नलिखित के लिए जरूरी हो :

(अ) कंपनी के समापन के लिए

(ब) आस्तियों के वितरण के लिए, तथा कंपनी समापक के रूप में अपने कर्तव्यों और दायित्वों तथा कार्यों के निष्पादन में। 


14. न्यायाधिकरण को ऐसे आदेशों एवं निर्देशों के लिए आवेदन करना जो कंपनी के समापन के लिए आवश्यक हो। कंपनी समापक द्वारा शक्तियों का प्रयोग न्यायाधिकरण के सम्पूर्ण नियंत्रण के अधीन रहते हुए किया जायेगा। 




समापक के दायित्व (Liabilities of Liquidator)

कंपनी के समापक लापरवाही के लिए उत्तरदायी होता है :

1. यदि वह कंपनी की आस्तियों को दायित्वों तथा संयोगिक दावों, जिनकी उसे सूचना है, का आयोजन किये बिना बांट देता है। 


2. यदि वह न्यायालय से वैधानिक सलाह या निर्देश के लिए बिना कंपनी के संदिग्ध दावों के भुगतान में कंपनी की आस्तियों का प्रयोग करता है।


3. यदि वह किसी वैधानिक कर्तव्य को भंग करता है। ऐसे मामलों में वह लेनदार या अंशदायी को होने वाली क्षति की पूर्ति के लिए दायी होगा। 


एक समापक कंपनी की सम्पतियों एवं कोषों के लिए, जो उसके पास है, लेनदारों का न्यायी होता है। परन्तु वह शब्द के पूर्ण अर्थ में न्यासी नही भी होता है, क्योंकि जब उसकी नियुक्ति होती है तो सम्पतियाँ एवं कोष कंपनी के नाम मे होते है। अतः उसे प्रत्येक अंशदायी या लेनदार के प्रति लापरवाही के लिए उत्तरदायी नही ठहराया जा सकता है। 

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