औद्योगिक रुग्णता को रोकने तथा उसका समाधान करने के लिए सुझाव जाने


हेलो दोस्तों।

आज हम औद्योगिक रुग्णता को रोकने और इसका समाधान करने के लिए सुझावों के बारे में जानेंगे।


औद्योगिक रुग्णता को रोकने तथा उसका समाधान करने के लिए सुझाव जाने हिंदी में (Suggestions to Prevent and Cure Industrial Sickness in hindi)

1. उचित परियोजना नियोजन - उद्यमी द्वारा कोई भी परियोजना शुरू करने से पहले उचित परियोजना नियोजन कर लेनी चाहिए। निम्न क्षेत्रों में निर्णय लेने से पहले सावधानी पूर्वक विश्लेषण की जरूरत होती है :

(i) परियोजना का स्थान

(ii) कच्चे माल की उपलब्धता

(iii) श्रम तथा तकनीकी कर्मचारियों की उपलब्धता

(iv) उचित दर पर वित्त की उपलब्धता




Suggestions to Prevent and Cure Industrial Sickness in hindi
Suggestions to Prevent and Cure Industrial Sickness in hindi 




2. उचित बाजार विश्लेषण - कोई भी परियोजना शुरू करने से पहले विशेषग्यों के द्वारा बाजार विश्लेषण जरूर किया जाना चाहिए। बाजार विश्लेषण में निम्नलिखित को शामिल किया जाता है :

(i) मांग का पूर्वानुमान

(ii) वातावरण के अवसरों तथा चुनौतियों का अध्यन

(iii) उपभोक्ता की रुचियों तथा प्राथमिकताओं का ज्ञान

(iv) विश्वसनीय वितरकों की उपलब्धता


3. प्रशिक्षित तथा अनुभवी प्रबन्धकीय स्टाफ की उपलब्धता - किसी भी उद्यम जी सफलता उसके कुशल मानवीय साधनों पर निर्भर करती है। उद्यम के अच्छे मानवीय साधनों के लिए निम्नलिखित बातों पर ध्यान देना चाहिए :

(i) अनुभवी कर्मचारियों का चयन

(ii) कर्मचारियों को नई विधियों के बारे में बताने के लिए समय समय पर प्रशिक्षण

(iii) आवश्यकता से अधिक कर्मचारियों को न रखना

(iv) अधिकारों एवं दायित्वों का स्पष्ट विभाजन

(v) कर्मचारियों का मनोबल बढ़ाने के लिए उनकी कुशलता के लिए पुरस्कार


4. अनुसन्धान तथा विकास - किसी उद्यम की सफलता के लिए अनुसन्धान और विकास पर पर्याप्त ध्यान दिया जाना चाहिए जिससे औद्योगिक इकाई में नई उत्पादन विधियों को अपनाया जा सके। अच्छे अनुसन्धान एवं विकास कार्यक्रम से ही हम अपनी प्रतियोगी इकाइयों से आगे निकल सकते है।



5. समय समय पर पुनरावलोकन - उच्च अधिकारियों के द्वारा विशेषज्ञों की सहायता से समय समय पर सम्पूर्ण इकाई की कार्यप्रणाली तथा निष्पादन का पुनरावलोकन करते रहना चाहिए, जिससे रुग्णता के लिए उत्तरदायी कमजोरियों को समय पर ही ज्ञात किया जा सके। इन कमजोरियों का पता लगाने के बाद, समय पर ही सुधारात्मक कार्यवाही की जा सकती है। ऐसा करने से औद्योगिक इकाई को रुग्ण होने से बचाया जा सकता है।


6. विविधीकरण - विविधीकरण का अर्थ ऐसे उत्पादों का निर्माण शुरू करने से है जो पहले से उत्पादित वस्तुओं से सम्बंधित नही है।



7. बीमार इकाइयों को आसान ऋण - सरकार को रुग्ण इकाइयों को कम मार्जिन पर रियायती ऋण उपलब्ध कराना चाहिए।



8. रुग्णता के उत्तरदायी व्यक्तियों पर सख्त जुर्माना - यदि यह पता चलता है कि प्रवर्तकों तथा संचालको द्वारा कोषों का दुरुपयोग करने के कारण रुग्णता को बढ़ावा मिला है। तब उनके खिलाफ सख्त कदम उठाए जाने चाहिए और व्यक्तिगत सम्पत्तियों का प्रयोग रुग्णता से हुई हानि को पूरा करने के लिए किया जाना चाहिए। इससे अन्य कंपनियों के प्रवर्तकों तथा संचालकों को भी सबक मिलेगा।



9. एकीकरण - यदि बीमार इकाई के ठीक होने की संभावना है तो ऐसी इकाई को स्वस्थ इकाई के साथ विलयन कर देना चाहिए और ऐसी स्वस्थ इकाई को कर सम्बन्धी कुछ छूटें भी दी जानी चाहिए।



10. लागत की कमी तथा लागत नियंत्रण - रुग्णता का एक प्रमुख कारण उच्च उत्पादन लागत है। अतः उत्पादन लागत को कम करतर के लिए प्रयत्न करना चाहिए। लागत नियंत्रण के लिए कई तरीके अपनाए जा सकते है। जैसे साधनों का अनुकूलतम उपयोग, अपव्यय को कम करना, वैल्यू इंजीनियरिंग, लागत नियंत्रण तकनीक अपनाना, जैसे बजटरी नियंत्रण, प्रमाप लागत विधि आदि।



11. अतिपुंजीकरण रोकना - रुग्णता को रोकने के लिए, अतिपुंजीकरण को रोकना चाहिए। इकाई को व्यवसाय की जरूरत के अनुसार ही पूंजी निर्गमित करनी चाहिए क्योंकि अतिपुंजीकरण से ब्याज तथा लाभांश के रूप में इकाई पर अनावश्यक भार बढ़ता है।
 

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