पूर्वाधिकार अंश और इसकी विशेषताएं क्या है।
हेलो दोस्तों।
आज के पोस्ट में हम पूर्वाधिकार अंश और इसकी विशेषताओं के बारे में समझेंगें।
पूर्वाधिकार अंश (Preference Shares)
दीर्घकालीन वित्त प्राप्ति का एक अन्य स्त्रोत पूर्वाधिकार अंश है। पूर्वाधिकार अंशों के धारकों को समता अंशधारियों की तुलना में लाभांश प्राप्त करने व कंपनी के समापन की दशा में अपनी पूंजी प्राप्त करने का पूर्वाधिकार प्राप्त होता है। कंपनी पूर्वाधिकार अंशधारियों को एक पूर्व निर्धारित निश्चित दर से लाभांश का भुगतान करती है। पूर्वाधिकार अंशधारियों को लाभांश का भुगतान समता अंशधारियों को लाभांश का भुगतान करने से पहले किया जाता है। इसके साथ साथ कंपनी के समापन की दशा में समता अंशधारियों की पूंजी लौटाने से पहले पूर्वाधिकार अंशधारियों की पूंजी वापस की जाती है।
Preference Shares and Main Characteristics or Features in Hindi |
पूर्वाधिकार अंशों की मुख्य विशेषताएं या लक्षण
(Main Characteristics or Features of Preference Shares)
पूर्वाधिकार अंशों की मुख्य विशेषताओं या लक्षणों का वर्णन इस प्रकार है :
1. निश्चित दर से लाभांश - पूर्वाधिकार अंशों पर लाभांश का भुगतान एक पूर्व निर्धारित निश्चित दर से किया जाता है। पूर्वाधिकार अंशों के धारकों को निश्चित आय की प्राप्ति का पूरा विश्वास होता है। परंतु कंपनी पूर्वाधिकार अंशधारियों को लाभांश भुगतान करने के लिए वैधानिक रूप से बाध्य नहीं होती है।
2. परिवर्तनीय या अपरिवर्तनीय - कंपनी परिवर्तनीय या अपरिवर्तनीय पूर्वाधिकार अंशों का निर्गमन कर सकती है। परिवर्तनीय पूर्वाधिकार अंशों के धारक अपने अंशों को एक निश्चित समयावधि के भीतर एक निश्चित मूल्य पर आंशिक या पूर्ण रूप से समता अंशों या ऋणपत्रों में परिवर्तित करवा सकते है। प्रायः अपरिवर्तनीय पूर्वाधिकार अंशों की तुलना में परिवर्तनीय पूर्वाधिकार अंश अधिक लोकप्रिय होते है।
3. संचयी या असंचयी - एक कंपनी द्वारा जारी किए जाने वाले अंश संचयी या असंचयी प्रकृति के हो सकते है। संचयी पूर्वाधिकार अंशों से आशय उन पूर्वाधिकार अंशों से है जिनसे धारकों को भुगतान किए जाने वाला लाभांश कंपनी को हानि की दशा में भुगतान न किए जाने पर आगामी वर्षों के लिए संचित होता रहता है और जिस वर्ष कंपनी को लाभ प्राप्त होता है उस वर्ष समता अंशधारियों को कोई भी लाभांश का भुगतान करने से पहले गत वर्षों का पूर्वाधिकार लाभांश भुगतान किया जाता है। भारत मे संचयी पूर्वाधिकार अंशों का निर्गमन किया जाता है।
4. भागयुक्त या अभागयुक्त - पूर्वाधिकार अंश भागयुक्त या अभागयुक्त हो सकते है। भागयुक्त पूर्वाधिकार अंशों के धारकों को कंपनी को अधिक लाभ होने की दशा में पूर्व निर्धारित दर से लाभांश के अतिरिक्त लाभों में से हिस्सा दिया जाता है। यहां आधिक्य लाभ वह लाभ होता है जो पूर्वाधिकार अंशधारियों को निश्चित दर से लाभांश का भुगतान के बाद तथा समता अंशधारियों को भी एक निश्चित दर से लाभांश भुगतान करने के बाद शेष बचता है।
5. शोधनीय या अशोधनीय - पूर्वाधिकार अंश शोधनीय या अशोधनीय हो सकते है। शोधनीय पूर्वाधिकार अंशों का शोधन कंपनी के जीवनकाल में एक निश्चित तिथि को अवश्य कर दिया जाता है जबकि अशोधनीय पूर्वाधिकार अंशों का शोधन केवल कंपनी के समापन पर ही किया जा सकता है।
6. आय पर पूर्वाधिकार - पूर्वाधिकार अंशों के धारकों को कंपनी की कुल आय पर समता अंशधारियों की तुलना में पूर्वाधिकार प्राप्त होता है। इस आय में से पूर्वाधिकार अंशों पर समता अंशों से पहले लाभांश का भुगतान किया जाता है।
7. सम्पत्तियों पर पूर्वाधिकार - कंपनी के समापन पर कंपनी की सम्पत्तियों पर पूर्वाधिकार अंशों के धारकों को समता अंशों के धारकों की तुलना में पूर्वाधिकार प्राप्त होता है। पूर्वाधिकार अंशधारियों की पूंजी ऋणपत्रधारियों व लेनदारों की पूंजी लौटाने के बाद परन्तु समता अंशधारियों की पूंजी लौटाने से पहले वापस की जाती है।
8. अपने हितों को सुरक्षित रखने का अधिकार - पूर्वाधिकार अंशों के धारकों को अपने हितों को सुरक्षित रखने का पूरा अधिकार होता है। यद्यपि पूर्वाधिकार अंशधारी कंपनी की सीमाओं में उपस्थित होकर मतदान नही कर सकते है परंतु कंपनी की सभाओं में उनके अधिकारों से प्रत्यक्ष रूप से सम्बंधित प्रस्तावों की दशा में भारतीय कंपनी अधिनियम 1956 की धारा 87 के अनुसार पूर्वाधिकार अंशधारियों को ऐसी सभाओं में उपस्थित होकर मतदान करने का अधिकार प्रदान किया गया है। पूर्वाधिकार अंशधारियों को अदत्त लाभांश से सम्बंधित प्रस्ताव पर मत भी देने का अधिकार भी प्राप्त होता है।
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