Importance of International Marketing in Hindi


हेलो दोस्तों।

इस पोस्ट में हम अन्तराष्ट्रीय विपणन की आवश्यकता या महत्व के बारे में जानेंगें।


अन्तराष्ट्रीय विपणन का महत्व (Importance of International Marketing)

आर्थिक उदारीकरण, निजीकरण तथा वैश्वीकरण के साथ साथ अन्तराष्ट्रीय विपणन की आवश्यकता एवं महत्व भी तेजी से बढ़ रहा है। यह प्रत्येक देश की अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ आधार प्रदान करता है एवं देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। प्रत्येक व्यावसायिक संस्था अपने लाभों को अधिकतम करने के उद्देश्य बाजारों के साथ साथ अन्तराष्ट्रीय बाजारों में भी प्रवेश करती है।




Importance of International Marketing in Hindi
Importance of International Marketing in Hindi




अन्तराष्ट्रीय विपणन की आवश्यकता निम्न कारणों से पड़ती है :

1. आयातों का भुगतान - अन्तराष्ट्रीय विपणन करने के निर्यातक को काफी मात्रा में विदेशी मुद्रा प्राप्त होती है जिसका उपयोग महत्वपूर्ण आयातों के भुगतान के लिए किया जा सकता है। विकासशील देशों द्वारा अपने देश में अधिक ऊर्जा उत्पादित करने के लिए विभिन्न देशों से पेट्रोलियम पदार्थों का भारी मात्रा में आयात किया जाता है जिसका भुगतान अन्तराष्ट्रीय विपणन से प्राप्त विदेशी मुद्रा से किया जा सकता है।


2. आर्थिक विकास में वृद्धि - किसी भी देश का तीव्र आर्थिक विकास निर्यात पर निर्भर करता है क्योंकि निर्यात करने से देश को बहुमूल्य विदेशी मुद्रा की प्राप्ति होती है। इससे कई मशीनों व उपकरणों और आवश्यक संयंत्रों का आयात किया जा सकता है। साथ ही इस प्रक्रिया से देश मे बेकार पड़े साधनों का उपयोग कुशलता से किया जा सकता है।


3. प्रौद्योगिकीय विकास - आधुनिक युग के प्रौद्योगिकी का तीव्र गति से विकास हो रहा है। सभी राष्ट्र यही चाहते है कि उनके पास नवीनतम प्रौद्योगिकी उपलब्ध हो। ऐसे में प्रौद्योगिकी के विकास एवं निर्माण में संगठित संस्थाएं अन्तराष्ट्रीय विपणन तकनीकों को अपनाकर अपनी प्रौद्योगिकी का सफलतापूर्वक विपणन कर रही है।


4. अन्तराष्ट्रीय शांति - प्रायः देखा गया है कि जिन देशों में परस्पर व्यापारिक सम्बन्ध होते है उनमें आपस मे युद्ध नही होता। अंत विदेशी व्यापार अन्तराष्ट्रीय शांति को प्रोत्साहित करता है।


5. आपातकाल में सहायक - अन्तराष्ट्रीय विपणन ने विभिन्न देशों की दूरी को समाप्त कर दिया है जिसके कारण संसार के किसी भी कोने में आई किसी भी आपदा में दूसरे देश सहायता करते ये।


6. अन्तराष्ट्रीय सहयोग - अन्तराष्ट्रीय विपणन अन्तराष्ट्रीय सहयोग की भावना को जन्म देता है। अन्तराष्ट्रीय विपणन के कारण ही विश्व व्यापार संगठन बना है, जिसका मुख्य उद्देश्य वस्तुओं एवं सेवाओं के उत्पादन एवं व्यापार को बढ़ावा देना है। इस प्रकार अन्तराष्ट्रीय विपणन विभिन्न देशों को एक दूसरे के समीप लाता है।


7. सांस्कृतिक सम्बन्धों में निकटता - निर्यात विपणन से विभिन्न देशों के बीच व्यापारिक सम्बन्ध स्थापित होते है क्योंकि इसके द्वारा विभिन्न देशों के सरकारी व गैर सरकारी प्रतिनिधि मंडल एक दूसरे के देशों में आवागमन करते है जिसके फलस्वरूप उन्हें दूसरे देश के लोगो की आवश्यकताओं, आदतों तथा रीति रिवाजों का पूर्ण ज्ञान हो जाता है, जिसका उपयोग निर्यातक फर्मे अपने माल को अन्य देशों में भेजने के लिए करती है।


8. राजनीतिक शांति - विश्व के देशों में राजनीतिक शांति बनाए रखने में अन्तराष्ट्रीय विपणन महत्वपूर्ण है। अनेक देश राजनीतिक विचारधारा से अलग होते हुए भी आयात निर्यात करते हैं।


9. लाभों में वृद्धि - अन्तराष्ट्रीय स्तर पर विपणन रने के फलस्वरूप उत्पादन बड़े पैमाने पर होता है जिससे बड़े पैमाने की बचतें प्राप्त होती है तथा फर्म के लाभों में वृद्धि होती है।


10. कच्चे माल की प्राप्ति - प्रकृति ने सभी देशों को एक समान भौगोलिक स्थिति, जलवायु तथा प्राकृतिक स्थान प्रदान नही किए है। प्रत्येक देश दूसरे देशों से माल आयात करके आर्थिक उन्नति कर सकता है, जैसे जापान विदेशों से कच्चा माल मंगवाकर ही वस्तुओं का निर्माण करता है।


11. उपभोक्ता सन्तुष्टि में वृद्धि - वर्तमान में उपभोक्ता को बाजार का राजा कहा जाता है। आज प्रत्येक विपणनकर्ता उपभोक्ता सन्तुष्टि को ही सर्वोपरि मानता है। अन्तराष्ट्रीय विपणनकर्ता द्वारा उपभोक्ता की आवश्यकताओं के गहराई से अध्ययन करके ऐसे उत्पाद तथा सेवाएं प्रस्तुत की जाती है जो उपभोक्ता सन्तुष्टि में वृद्धि करती है।


12. प्राकृतिक साधनों का पूर्ण उपयोग - अन्तराष्ट्रीय विपणन के कारण प्रत्येक देश अपने प्राकृतिक साधनों का अधिक से अधिक प्रयोग कर सकता है जैसे अरब देश तेल का विक्रय करके अपने देश के साधनों का पूर्ण उपयोग कर रहे है। 

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