International Marketing and its Characteristics in Hindi


हेलो दोस्तों।

इस पोस्ट में हम अन्तराष्ट्रीय विपणन और इसकी विशेषताओं के बारे में समझेंगे।


अन्तराष्ट्रीय विपणन (International Marketing)

विपणन से अभिप्राय उन सभी क्रियाओं से है जिनके द्वारा वस्तुओं एवं सेवाओं को उत्पादक से उपभोक्ता तक पहुचाया जाता है। जब ये क्रियाएं एक विशेष देश तक ही सीमित रहती है तो इसे राष्ट्रीय विपणन कहते है परंतु जब ये क्रियाएं राष्ट्रीय सीमाओं को पार कर दूसरे देशों तक पहुंच जाती है तो इसे अन्तराष्ट्रीय विपणन कहते है।




International Marketing and its Characteristics in Hindi
International Marketing and its Characteristics in Hindi




आधुनिक युग मे अन्तराष्ट्रीय विपणन इसी भी देश के आर्थिक विकास के लिए अत्यंत आवश्यक है। सामान्यतः अन्तराष्ट्रीय विपणन व राष्ट्रीय विपणन में अधिक अंतर नही है। लेकिन विभिन्न देशों के पर्यावरण में काफी भिन्नता है। इन भिन्नताओं का कारण प्रत्येक राष्ट्र के साथ व्यवहार करने के लिए कुछ विशिष्ट सूचनाओ की आवश्यकता होती है। इसलिए किसी अन्य राष्ट्र के साथ व्यापार करते समय उनकी सभ्यता, सँस्कृति, सामाजिक व आर्थिक पर्यावरण का पूर्ण रूप से अध्ययन करना आवश्यक है।


न्तराष्ट्रीय विपणन दो शब्दों से मिलकर बना है अन्तराष्ट्रीय + विपणन। अन्तराष्ट्रीय का अर्थ विभिन्न देशों से है व विपणन से आशय उन मानवीय क्रियाओं से है जो विनिमय प्रक्रियाओं के द्वारा आवश्यकताओं एवं इच्छाओं को सन्तुष्टि की और निर्देशित करती है। ऐसा विपणन एक देश की सीमाओं के बाहर किया जाता है।


परिभाषा (Definition) - अन्तराष्ट्रीय विपणन उन सभी व्यावसायिक क्रियाओं का निष्पादन है जिससे एक से अधिक देशों के उपभोक्ताओं या प्रयोक्ताओं की ओर वस्तुएं एवं सेवाएं प्रवाहित होती है।




अन्तराष्ट्रीय विपणन की विशेषताएं (Characteristics of International Marketing)

अन्तराष्ट्रीय विपणन में निम्न विशेषताएं पाई जाती है चलो समझते है :

1. बहुराष्ट्रीय प्रक्रिया - अन्तराष्ट्रीय विपणन एक बहुराष्ट्रीय प्रक्रिया है क्योंकि इसमें एक से अधिक देशों के साथ व्यापार किया जाता है। अगर वह व्यापार केवल एक देश के साथ किया जाता है तो इसे अन्तराष्ट्रीय विपणन नही कहा जाएगा।


2. दूसरे देशों में विपणन - अन्तराष्ट्रीय विपणन के अंतर्गत अन्य देशों में विपणन क्रियाएं सम्पन्न की जाती है ताकि विदेशों में वस्तुओं एवं सेवाओं का अधिक से अधिक विक्रय किया जा सके।


3. यह घरेलू विपणन की सभी क्रियाओं को शामिल करता है - अन्तराष्ट्रीय विपणन के अन्तर्गत वे सभी क्रियाएं शामिल की जाती है जो घरेलू विपणन में की जाती है जैसे मूल्य निर्धारित करना, संवर्धन क्रिया करना, उपभोक्ता सन्तुष्टि प्रदान करना तथा वितरण की व्यवस्था करना आदि।


4. वस्तुओं एवं सेवाओं का विपणन - अन्तराष्ट्रीय विपणन के अंतर्गत न केवल उत्पादों का बल्कि सेवाओं का भी विपणन किया जाता है।


5. विपणन - अन्तराष्ट्रीय विपणन का विधिवत नियमन एवं नियंत्रण विपणनकर्ता के देश के कानूनों कर साथ साथ सम्बन्धित बाजार के राष्ट्रीय कानूनों के आधार पर भी किया जाता है।


6. व्यावसायिक प्रक्रिया का भाग - अन्तराष्ट्रीय विपणन अलग से की जाने वाली क्रिया नही है बल्कि यह व्यावसायिक प्रक्रिया का ही एक भाग है। अन्तर्राष्ट्रीय विपणन में भी व्यावसायिक प्रक्रिया की भांति, वस्तुओं व सेवाओं का क्रय विक्रय किया जाता है।

7.विपणन में सम्मिलित - अन्तराष्ट्रीय विपणन, विपणन में सम्मिलित है अर्थात अन्तराष्ट्रीय विपणन, विपणन का ही एक भाग होता है। 

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