Elements of Product Planning in Hindi

हेलो दोस्तों।

आज के पोस्ट में हम उत्पाद नियोजन के तत्वों के बारे में जानेंगें।


उत्पाद नियोजन के तत्व (Elements of Product Planning)

उत्पाद नियोजन के मुख्य तत्वों का वर्णन इस प्रकार है :

1. वस्तु की खोज - विदेशी बाजार के लिए किसी भी वस्तु का निर्माण करने से पहले यह खोज की जाती है कि उपभोक्ताओं को अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति करने के लिए किस प्रकार की वस्तु की आवश्यकता से है। वर्तमान वस्तु उनकी आवश्यकताओं को किस सीमा तक पूरा करने में सक्षम है।



उत्पाद नियोजन के तत्व
उत्पाद नियोजन के तत्व





2. विकास एवं वणिज्यकरण - यह निर्धारित हो जाने पर कि उपभोक्ताओं को किस प्रकार के उत्पाद की आवश्यकता है, नियोजनकर्ता को यह जांच करनी होगी कि नए उत्पाद के विकास एवं वणिज्यकरण की क्या सम्भावनाएं है अर्थात भविष्य में उस वस्तु की मांग कितनी हो सकती है तथा इसे किस सीमा तक बढ़ाया जा सकता है।

उत्पाद का वर्गीकरण

3. उत्पाद पंक्ति में परिवर्तन - एक अन्तराष्ट्रीय विपणनकर्ता अपनी उत्पाद पंक्ति में विस्तार या संकुचन करके भी उत्पाद नियोजन की प्रक्रिया अपना सकता है।

4. उत्पाद में सुधार - उत्पाद नियोजन में उत्पाद सुधार से सम्बंधित अनेक निर्णय लिए जाते है। आवश्यकतानुसार उत्पाद के गुणों में सुधार करके उसे उपभोक्ताओं की आवश्यकताओं के अनुरूप बनाया जा सकता है। यह उस स्थिति में उपयुक्त है जब उपभोक्ताओं से उत्पाद सम्बन्धी अनेक शिकायतें प्राप्त हो रही हो।


5. उत्पादन क्षमता निर्धारित करना - फर्म की उत्पादन क्षमता का निर्धारण करना भी उत्पाद नियोजन का अंग है। फर्म की सही उत्पादन क्षमता ज्ञात करके ही उत्पादन करना चाहिए। उत्पादन न तो आवश्यकता से अधिक होना चाहिए और न ही आवश्यकता से कम।


6. अलाभकारी उत्पाद को समाप्त करना - अगर किसी उत्पाद के विक्रय में निरन्तर गिरावट एवं उत्पादन लागत में वृद्धि हो रही है जिसके कारण प्रतियोगिता में ठहरना कठिन हो गया है तथा उत्पाद भी अप्रचलित हो गया है तो अलाभकारी उत्पाद को समाप्त कर देना चाहिए। यह निर्णय भी उत्पाद नियोजन के अंतर्गत लिया जाता है।


7. मूल्य निर्धारण - विदेशी बाजारों में उत्पाद की उत्पादन लागत, प्रतियोगी व स्थानापन्न उत्पादों के मूल्य व बाजार मांग की प्रवृति को ध्यान में रखकर उत्पाद का मूल्य निर्धारित करना उत्पाद नियोजन के अंतर्गत सम्मिलित किया जाता है।


8. उत्पाद जीवन चक्र का प्रबंधन - उत्पाद नियोजन का उद्देश्य केवल नए उत्पादों की खोज करना हो रही है, अपितु वर्तमान में इसका क्षेत्र काफी व्यापक हो गया है। उत्पाद जीवन चक्र की चारों अवस्थाओं में उत्पाद नियोजन की आवश्यकता होती है।


इस प्रकार अन्तराष्ट्रीय विपणन में उत्पाद सम्बन्धी योजना बनाते समय उपरोक्त तत्वों का समावेश अवश्य होना चाहिए। 

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