अन्तराष्ट्रीय व्यावसायिक वातावरण के बारे में जानकारी

हेलो दोस्तों।

इस पोस्ट के अंतर्गत अन्तराष्ट्रीय व्यावसायिक वातावरण के बारे में बताया गया है।

अन्तराष्ट्रीय व्यावसायिक वातावरण (International Business Environment)


अर्थ और परिचय (Meaning and Introduction)

अन्तराष्ट्रीय व्यावसायिक वातावरण तेजी से बदल रहा है। सूचना तकनीक ने विश्व को संकुचित बना दिया है। आज के वैश्वीकरण के युग मे कोई भी अर्थव्यवस्था, अन्तराष्ट्रीय वातावरण के प्रभाव से अछूती नही रह सकती।



अन्तराष्ट्रीय व्यावसायिक वातावरण के बारे में जानकारी
अन्तराष्ट्रीय व्यावसायिक वातावरण के बारे में जानकारी




आजकल विभिन्न राष्ट्रों में पारस्परिक निर्भरता तथा आर्थिक सहयोग बढ़ रहा है। आज हर प्रकार के व्यवसाय को चाहे वह संसार के किसी भी स्थान पर क्यों न हो, उसे बदलते अन्तराष्ट्रीय वातावरण को ध्यान में रखना पड़ता है। इस प्रकार भारतीय आर्थिक वातावरण अन्तराष्ट्रीय वातावरण से प्रभावित हो रहा है।


अन्तराष्ट्रीय व्यावसायिक वातावरण, घरेलू व्यावसायिक व विदेशी व्यावसायिक वातावरण के पारस्परिक सम्बन्ध से उतपन्न होता है। आयात निर्यात में लगे व्यवसायों के लिए अन्तराष्ट्रीय व्यावसायिक वातावरण बहुत महत्वपूर्ण है। विदेशी बाजारों में मंदी या विदेशी बाजारों में संरक्षण से, उनके निर्यातों पर बुरा प्रभाव पड़ता है। आयातों के उदारीकरण से कुछ उद्योगों को लाभ तथा कुछ को हानि हो सकती है।

अन्तराष्ट्रीय व्यवसाय और इसकी विशेषताएं

अन्तराष्ट्रीय व्यापार प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से विदेशी पूंजी के प्रवाह, विदेशी तकनीक, विदेशी उद्यम, विदेशी वस्तुओं व सेवाओं, विदेशी ब्रांड व विदेशी मीडिया आदि से जुड़ा है। बहुराष्ट्रीय कंपनियों का योगदान न केवल विकासशील अपितु विकसित देशों में भी बढता जा रहा है।


बहुराष्ट्रीय कंपनियों की सफलता इस बात पर निर्भर करती है कि ये बहुराष्ट्रीय कंपनियां किस कुशलता से विभिन्न देशों के बदलते वातावरण के साथ अपने आपको ढालती है।


एक बहुराष्ट्रीय कंपनी अग्रलिखित विभिन्न प्रकार के वातावरणों में कार्य करती है :

1. घरेलू वातावरण - इसका अभिप्राय उस देश के आर्थिक, राजनीतिक, कानूनी, तकनीकी व सामाजिक सांस्कृतिक वातावरण से है, जिस देश मे MNC कार्य करती है। मुख्य तौर पर MNC विदेशी विनियोग के प्रति सरकार की नीति, उपभोक्ता रुचि व प्राथमिकताएं, घरेलू प्रतियोगिता, कानूनी व्यवस्था व MNC के प्रति लोगों के दृष्टिकोण से प्रभावित होती है।


2. विदेशी वातावरण - इसका अभिप्राय उस देश के वातावरण से है, जहां MNC का आधार है इसमें आधारभूत देश के राजनीतिक, आर्थिक, कानूनी, तकनीकी वातावरण आदि शामिल है।


3. अन्तराष्ट्रीय वातावरण - यह वातावरण घरेलू वातावरण व विदेशी वातावरण के पारस्परिक सम्बन्ध से बनता है। आज के वैश्वीकरण के युग मे सभी देशों के अन्तराष्ट्रीय व्यापार में वृद्धि हो रही है, चाहे वे विकसित है, या अल्पविकसित, अन्तराष्ट्रीय व्यापार का लाभ सभी देशों को मिलना चाहिए, इस उद्देश्य के लिए तथा विदेशी व्यापार को नियमित करने के लिए बहुत से अन्तराष्ट्रीय संगठन बनाये गए है जैसे I.M.F., World Bank, GATT, WTO, UNCTAD आदि। ये संगठन अन्तराष्ट्रीय व्यापार के नियमन व विकास के लिए समय समय पर निर्देश जारी करते रहते है। इस तरह के अन्तराष्ट्रीय संगठन, अन्तराष्ट्रीय वातावरण के मुख्य घटक है।

Post a Comment