International Trade Agreements in Hindi


हेलो दोस्तों।

इस पोस्ट में हम अन्तराष्ट्रीय व्यापार समझौतों के बारे में जानेंगे।


अन्तराष्ट्रीय व्यापार समझौते (International Trade Agreements)

समय समय पर विदेशी व्यापार को एच्छित दिशा में निर्देशित करने के लिए विभिन्न राष्ट्रों के बीच व्यापारिक समझौते किए जाते है। ये समझौते कुछ पड़ोसी देशों के मध्य या विकासशील  व विकसित देशों के बीच हो सकते है। इन समझौते में विदेशी व्यापार से सम्बंधित शर्तें तय की जाती है जो सभी सदस्य देशों को मान्य हो। इन समझौते का उद्देश्य विदेशी व्यापार को बढ़ाना व विदेशी व्यापार की रुकावटों को दूर करना है। मुख्य अन्तराष्ट्रीय व्यापार समझौते निम्नलिखित है :



अन्तराष्ट्रीय व्यापार समझौते
अन्तराष्ट्रीय व्यापार समझौते



1. समान्यकृत अधिमान व्यवस्था - यह विकसित व विकासशील देशों के बीच व्यापारिक समझौता है। इसके द्वारा विकसित देश विकासशील देशों को विदेशी व्यापार पर विभिन्न टैरिफ व गेट टैरिफ रियायते प्रदान करते हैं।


2. व्यापारिक अधिमानों की विश्व व्यवस्था - यह 48 विकासशील देशों के बीच किया गया व्यापारिक समझौता है। इसके द्वारा विकासशील देश अन्य विकासशील देशों को विदेशी व्यापार पर टैरिफ व गैर टैरिफ रियायतें प्रदान करते है। GSTP के सदस्य देशों के बीच व्यापार को दक्षिण दक्षिण व्यापार भी कहते है।

अन्तराष्ट्रीय आर्थिक वातावरण

3. प्रति व्यापार समझौता - प्रति व्यापार ऐसा अनुबन्ध है जिसमें निर्यात करने के लिए उसी मूल्य का आयात करना होता है। यह समझौता दो राष्ट्रों के बीच होता है जिनमे एक देश, दूसरे देश से इस शर्त पर आयात करता है कि दूसरा देश भी एक निश्चित समयावधि के अंतर्गत पहले देश से बराबर मूल्य की वस्तुओं का आयात करेगा। इस तरह के अन्तराष्ट्रीय व्यापार में विदेशी मुद्रा की आवश्यकता नही पड़ती और देश के भुगतान शेष पर कोई भार नही पड़ता। यह एक तरह का वस्तु विनिमय व्यापार है।


4. क्षेत्रीय आर्थिक/क्षेत्रीय व्यापारिक समझौते - क्षेत्रीय आर्थिक समूह एक तरह की आर्थिक एकीकरण व्यवस्था है जिसमें सदस्य देशों के साथ व्यापार के लिए उदार नियम बनाए जाते है। ये समझौते विकसित देशों के बीच, विकासशील देशों के बीच तथा विकसित व विकासशील देशों के बीच हो सकते है। क्षेत्रीय आर्थिक समूहों के कुछ उदाहरण इस प्रकार है : यूरोपियन यूनियन, नाफ्टा, एसियन, सार्क, एफता, ब्रिक्स आदि। वर्तमान में कुल विश्व व्यापार का एक तिहाई से भी अधिक व्यापार क्षेत्रीय व्यापारिक समझौतों द्वारा किया जाता है। वर्ष 2005 में इन समझौतों की संख्या 211 थी। जनवरी 2014 के अंत तक अधिसूचित क्षेत्रीय व्यापारिक समझौतों की संख्या बढ़कर 583 हो गयी, जिनमें से लगभग 377 समझौते क्रियाशील है। इन समझौतों का मुख्य उद्देश्य क्षेत्रीय सदस्य देशों में आर्थिक सहयोग व व्यापार को बढ़ावा देना है।


निष्कर्ष (Conclusion) - विभिन्न देशों के राजनीतिक, आर्थिक, कानूनी, तकनीकी, सामाजिक वातावरण तथा अन्तराष्ट्रीय समझौते, पूरे विश्व को प्रभावित करते है। कुछ अन्तराष्ट्रीय तत्व जैसे युद्ध, राजनीतिक तनाव, आतंकवाद ने अन्तराष्ट्रीय शांति, व्यापार और विकास पर बुरा प्रभाव डाला है। संचार की सुविधाओं में हुआ तेजी से विकास और इंटरनेट, दूरसंचार, विभिन्न देशों में होने वाले फैशन शो, ब्यूटी कॉन्टेस्ट, अन्तराष्ट्रीय सांस्कृतिक कार्यक्रम आदि से एक देश की संस्कृति का प्रभाव दूसरे देशों में जाने लगा है। इन सभी कारणों से अन्तराष्ट्रीय व्यापार में, बदलते अन्तराष्ट्रीय व्यावसायिक वातावरण के अध्ययन का महत्व बढ़ता जा रहा है।

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