Branding Decisions in International Marketing in Hindi

हेलो दोस्तों।

इस पोस्ट में ब्रांड सम्बन्धी निर्णयों के बारे में जानेंगे।


ब्रांड सम्बन्धी निर्णय (Branding Decisions)

ब्रांड सम्बन्धी निर्णय लेना भी अन्तराष्ट्रीय विपणन में उत्पाद रणनीति का महत्वपूर्ण निर्णय है। ब्रांड के अंतर्गत उत्पाद का नाम, उत्पाद की पहचान करवाने वाले कोई शब्द, डिज़ाइन, चिन्ह, स्लोगन या इनका समूह शामिल किया जाता है, जिससे किसी विपणनकर्ता के उत्पाद को अन्य प्रतिस्पर्धा उत्पादो से अलग किया जा सके।



अन्तराष्ट्रीय विपणन के अंतर्गत ब्रांड सम्बन्धी निर्णय
अन्तराष्ट्रीय विपणन के अंतर्गत ब्रांड सम्बन्धी निर्णय




अमेरिकन विपणन संगठन के अनुसार ब्रांड उत्पाद को इसकी पहचान के लिए दिया गया नाम, शब्द, चिन्ह, डिज़ाइन या इनका मिश्रण है। इससे एक विक्रेता के उत्पाद को अन्य प्ररिस्पर्धीयों के उत्पादों से अलग पहचाना जा सकता है।


प्रसिद्ध ब्रांड द्वारा विपणनकर्ता ग्राहकों/डीलरों/एजंटों को अपने उत्पाद की ओर आकर्षित कर सकता है, विक्रय बढ़ा सकता है, अपने उत्पाद का मूल्य अधिक निर्धारित कर सकता है। ब्रांड व्यवसाय की महत्वपूर्ण अभौतिक सम्पत्ति है। ब्रांड विज्ञापन कार्यक्रम का आधार है। बिना ब्रांड के विज्ञापन करवाया ही नही जा सकता। विज्ञापन ब्रांड प्रसिद्धि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। घरेलू बाजार में तो उत्पाद बिना ब्रांड के भी बेचे जा सकते है, परन्तु अन्तराष्ट्रीय विपणन में बाजार का आकार बहुत बड़ा विस्तृत होता है, प्रतिस्पर्धा का स्तर भी बहुत ज्यादा होता है। ऐसी स्थिति में बिना ब्रांड के उत्पाद बेचना बहुत ही मुश्किल है।



ब्रांडिंग के कारण

1. यह उत्पाद या सेवा की पहचान करने में सहायता करता है।

2. यह विज्ञापन, वैयक्तिक विक्रय, विक्रय संवर्द्धन तथा प्रचार को आसान बनाता है।

3. यह उत्पाद की प्रमापित क्वालिटी को सुनिश्चित करता है।

व्यापार चिन्ह के बारे में जाने

4. यह उत्पाद के प्रति उपभोक्ता की विशेष जिज्ञासा को उतपन्न करता है।

5. अच्छे ब्रांड नाम वाले उत्पादों के विक्रयों व लाभों में निरन्तर वृद्धि होती है।

6. इससे बाजार विभक्तिकरण करना आसान हो जाता है।

7. इससे नए उत्पादों को बाजार में उतारना आसान हो जाता है।

8. मध्यस्थ भी ब्रांड नाम वाले उत्पादों में व्यापार करना पसन्द करते है।



सर्वश्रेष्ठ वैश्विक ब्रांड

1. Coca-Cola

2. Apple

3. IBM

4. Google

5. Microsoft

6. GE

7. Mc Donald's

8. Intel

9. Samsung

10. Toyota



विभिन्न ब्रांड सम्बन्धी रणनीतियाँ (Different Brand Strategies)

विपणनकर्ता निम्न में से कोई ब्रांड रणनीति अपना सकते है :

1. बहुमुखी ब्रांड रणनीति - इसमें विभिन्न उत्पादों के लिए अलग अलग ब्रांड अपनाए जाते है जैसे हिंदुस्तान यूनिलीवर में बहुमुखी ब्रांड रणनीति अपनाते हुए एक ही उत्पाद रेखा जैसे नहाने के साबुन के लिए अलग अलग ब्रांड अपनाए है। इस कंपनी के नहाने के साबुन के मुख्य ब्रांड इस प्रकार है लक्स, पॉन्ड्स, हमाम, पियर्स, डव, लाइफ बॉय, रेकसोना, ब्रीज आदि। विपणनकर्ता इस ब्रांड नीति को तब अपनाता है जब वह अपने उत्पाद अलग अलग बाजार खंडों में बेचना चाहता है।

विभिन्न बाजार खंडों के लिए अलग अलग ब्रांडों को अपनाया जाता है। अगर किसी कारणवश किसी एक ब्रांड की छवि खराब हो जाती है तो इसका कुप्रभाव अन्य ब्रांडों पर नही पड़ता।


2. एकल ब्रांड रणनीति - इस रणनीति में विपणनकर्ता सभी उत्पादों के लिए एक ही ब्रांड का प्रयोग करता हैं जैसे LG Elctronics अपने उत्पादों के लिए एक ही ब्रांड अपनाता है। इस रणनीति में बहुमुखी ब्रांड रणनीति की तुलना में, विज्ञापन पर कम खर्च आता है क्योंकि केवल एक ही ब्रांड को लोकप्रिय बनाने के लिए विज्ञापन करवाना पड़ता है। परन्तु अगर किसी कारणवश किसी एक भी उत्पाद की छवि खराब हो जाती है तो इसका प्रभाव अन्य उत्पादों पर भी पड़ता है, क्योंकि विपणनकर्ता के सभी उत्पादों का ब्रांड एक ही है।


3. मध्यस्थ ब्रांड रणनीति के अंतर्गत विपणन - कईं बार उत्पादक विपणन कार्य खुद नही करते। वे उत्पाद को बनाकर उसे मध्यस्थों को बेच देते है। मध्यस्थ स्वयं ब्रांड निर्धारित करके उस उत्पाद का विपणन करते है। उत्पादक इस रणनीति को तब अपनाता है, जब वह अपना ध्यान केवल उत्पादन क्रियाओं पर ही केंद्रित करना चाहता है, उसके पास उत्पाद के विपणन के लिए समय व अन्य साधन नही है। ब्रांड निर्धारण व ब्रांड को लोकप्रिय बनाने के लिए विज्ञापन कार्यक्रम मध्यस्थ द्वारा चलाया जाता है।


4. ट्रेडिंग अप व ट्रेडिंग डाउन ब्रांड रणनीति - अगर कोई विपणनकर्ता जो निम्न स्तर के बाजार खंडों के लिए व कम कीमत के उत्पाद बनाने के लिए प्रसिद्ध है और अब वह उच्च स्तरीय बाजार खंडों के लिए, अच्छी क्वालिटी के व अधिक कीमत के उत्पाद किसी नए ब्रांड के अधीन बनाना शुरू करता है, तो इसे ट्रेडिंग अप ब्रांड रणनीति कहते है। इस नए उत्पाद के लिए नए ब्रांड का प्रयोग किया जाता है, ताकि पुराने निम्नस्तरीय ब्रांड की छवि नए उच्चस्तरीय ब्रांड को खराब न करे।


5. सामूहिक या छतरी ब्रांड रणनीति - इसमें विपणनकर्ता अपने विभिन्न उत्पादों के लिए चाहे अलग अलग ब्रांडों का प्रयोग करें, परन्तु इसके साथ साथ वह अपने सभी उत्पादों के लिए एक साझे सामूहिक ब्रांड का भी प्रयोग करता है जैसे टाटा मोटर्स लि० अलग अलग प्रकार की कारों के लिए अलग अलग ब्रांड अपनाता है, परन्तु उन सभी कार ब्रांडों के साथ एक सामूहिक साझा ब्रांड 'टाटा' का भी प्रयोग करता है जैसे टाटा इंडिका, टाटा सूमो, टाटा नैनो, टाटा सफारी, टाटा इंडिगो, टाटा विस्टा आदि। इस रणनीति में साझे ब्रांड की अच्छी छवि का प्रभाव सभी उत्पादों व ब्रांडों पर पड़ता है। 

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