Causes for Differences in Accounting Practices Across World in Hindi

हेलो दोस्तों।

इस पोस्ट में विभिन्न देशों के लेखांकन व्यवहारों में विभिन्नता के कारणों के बारे में जानेंगे।


विभिन्न देशों के लेखांकन व्यवहारों में विभिन्नता के कारण (Causes for Differences in Accounting Practices Across World)

विभिन्न देशों में लेखांकन व्यवहार अलग अलग है। निम्न घटकों के कारण विभिन्न देशों के लेखांकन व्यवहारों में विभिन्नता है :

1. राष्ट्रीय लेखांकन प्रमापों में अंतर - विभिन्न देशों में लेखांकन प्रमापों की विभिन्नता के कारण लेखे तैयार करने सम्बन्धी वैधानिक व्यवस्था अलग अलग है। जैसे भारत मे लेखांकन प्रमापों को इंस्टिट्यूट ऑफ चार्टर्ड एकाउंट्स ऑफ इंडिया द्वारा जारी किया गया है। अमेरिका में लेखांकन प्रमापों को वित्तीय लेखांकन प्रमाप बोर्ड द्वारा तैयार किया गया है। ऑस्ट्रेलिया में लेखांकन प्रमाप ऑस्ट्रेलियन लेखांकन प्रमाप बोर्ड द्वारा जारी किए गए है।



विभिन्न देशों के लेखांकन व्यवहारों में विभिन्नता के कारण
विभिन्न देशों के लेखांकन व्यवहारों में विभिन्नता के कारण




2. व्यावसायिक इकाइयों तथा निवेशकों के बीच सम्बन्ध में अंतर - कुछ राष्ट्रों जैसे अमेरिका व इंग्लैंड में व्यावसायिक इकाइयां पूंजी बाजारों से वित्त एकत्रित करती है। ये व्यावसायिक इकाइयां अपनी वित्त की आवश्यकता के लिए व्यक्तिगत निवेशकों पर निर्भर है। इन देशों के लेखांकन विवरण अधिक पारदर्शी है व इनमें अधिक सार्वजनिक प्रकटीकरण होता है। जबकि कुछ अन्य देशों जैसे जर्मनी, जापान में व्यावसायिक इकाइयों की वित्त की निर्भरता बैंकों तथा वित्तीय संस्थाओं पर है। इन देशों की व्यावसायिक इकाइयां सार्वजनिक प्रकटीकरण तथा पारदर्शिता पर अधिक जोर नही देती।

अन्तराष्ट्रीय लेखांकन जाने

3. औपनिवेशिक प्रभाव - विभिन्न देशों के विभिन्न राजनैतिक व आर्थिक सम्बन्धों के कारण इन देशों के लेखांकन व्यवहारों में विभिन्नता है। जो देश ब्रिटिश साम्राज्य के अधीन रहे; जैसे भारत, ऑस्ट्रेलिया, न्यूज़ीलैंड के लेखांकन व्यवहारों में कुछ समरूपता है। फिलिप्पीन्स जो अमेरिका के अधीन था, के लेखांकन व्यवहार अमेरिका से मिलते है। इसी तरह फ्रांस व उसके अधीन रहे राष्ट्रों के लेखांकन व्यवहारों में काफी एकरूपता है। लेकिन अमेरिका, इंग्लैंड तथा फ्रांस के लेखांकन व्यवहारों में काफी विभिन्नताएं है।


4. क्षेत्रीय आर्थिक समूह - विश्व मे विभिन्न क्षेत्रीय समूह कार्यरत है। एक आर्थिक समूह के सदस्य देशों के लेखांकन व्यवहारों में कुछ समानता है। जैसे अमेरिका, कनाडा तथा मैक्सिको के लेखांकन व्यवहारों में काफी समानता है क्योंकि ये तीनों देश क्षेत्रीय आर्थिक समूह, नाफ्टा के सदस्य है। इसी तरह यूरोपियन यूनियन जो क्षेत्रीय आर्थिक समूह है, के सदस्य देशों के लेखांकन व्यवहारों में काफी एकरूपता है। लेकिन विभिन्न क्षेत्रीय आर्थिक समूहों के लेखांकन व्यवहारों में काफी विभिन्नताएं है।


5. संस्कृति में अंतर - किसी देश की संस्कृति भी उस देश के लेखांकन व्यवहारों को प्रभावित करती है। जर्मनी के लोग संकीर्ण विचारधारा वाले है जबकि इंग्लैंड के लोग आशावादी है। संकीर्ण मानसिकता से जुड़े व्यावसायिक प्रबंधक जोखिमपूर्ण परियोजनाओं को लेने से डरते है। सनकीर्णवादी लेखापालक छिपे हुए दायित्वों के लिए अधिक आयोजन बनाते है जिससे इन व्यावसायिक इकाइयों के लाभ कम हो जाता है। दूसरी ओर आशावादी विचारधारा के लोग, जोखिमपूर्ण परियोजनाओं को शुरू करने में पीछे नही हटते तथा आकस्मिक घटनाओं के लिए कम आयोजन करते है। अतः संस्कृति में अंतर के कारण विभिन्न देशों के लेखांकन व्यवहारों में विभिन्नता है। 

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