Cross Cultural Challenges in International Business in Hindi


हेलो दोस्तों।

इस पोस्ट में अन्तराष्ट्रीय व्यवसाय में सांस्कृतिक विभिन्नताओं सम्बन्धी चुनौतियों के बारे में जानेंगे।


अन्तराष्ट्रीय व्यवसाय में सांस्कृतिक विभिन्नताओं सम्बन्धी चुनौतियां (Cross Cultural Challenges in International Business)

अन्तराष्ट्रीय व्यवसाय में विभिन्न सांस्कृतिक आयामों का गहन अध्ययन करना बहुत जरूरी है। अन्तराष्ट्रीय व्यवसाय में स्थान का चयन करने से पहले, उत्पाद नियोजन व विकास के पहले, व्यावसायिक क्रियाओं के निष्पादन के लिए, स्टाफ का चयन करने से पहले,  विज्ञापन कार्यक्रम निर्धारित करने से पहले, संस्कृति के विभिन्न पहलुओं का गहन अध्ययन अति अनिवार्य है। अन्तराष्ट्रीय व्यवसाय में सांस्कृतिक विभिन्नताओं सम्बन्धी निम्नलिखित मुश्किलें आती है :




अन्तराष्ट्रीय व्यवसाय में सांस्कृतिक विभिन्नताओं सम्बन्धी चुनौतियों के बारे में जानकारी
अन्तराष्ट्रीय व्यवसाय में सांस्कृतिक विभिन्नताओं सम्बन्धी चुनौतियों के बारे में जानकारी




1. देशों के आधार पर सांस्कृतिक विश्लेषण में कठिनाई - बहुराष्ट्रीय कंपनियां स्थानीकरण के लिए देश का चयन करने से पहले विभिन्न देशों की संस्कृति का अध्ययन करती है अर्थात एक देश को एक संस्कृति मानती है। परन्तु वास्तविकता तो यह है कि एक देश के अंदर भी सांस्कृतिक विभिन्नताएं पाई जाती है। जैसे भारत के अंदर ही कितनी ही उप संस्कृतियां पाई जाती है। एक ही देश के अंदर ग्रामीण व शहरी संस्कृति में अत्यधिक अंतर देखने को मिलता है। इसी तरह एक ही देश मे विभिन्न धर्मों में सांस्कृतिक विभिन्नताएं पाई जाती है।


2. भाषा सम्बन्धी समस्या - भाषीय विभिन्नता अन्तराष्ट्रीय व्यवसाय में बहुत बड़ी समस्या है। विश्व मे 10 हजार से भी ज्यादा भाषाएं बोली जाती है। अफ्रीका महाद्वीप में विश्व मे सर्वाधिक भाषाएं बोली जाती है। यहां तक कि एक भाषा मे भी एक ही शब्द वर्तनी अलग अलग होती है। एक ही भाषा मे शब्दों का उच्चारण अलग अलग होता है। एक ही शब्द का एक ही भाषा मे विभिन्न देशों में अलग अलग अर्थ निकाला जाता है। अमेरिकन व ब्रिटिश अंग्रेजी में वर्तनी में बहुत अंतर है। अधिकतर भाषाएं बाएं से दाएं की और बढ़ी जाती जाती है जबकि अरबी भाषा दाएं से बाएं की ओर पढ़ी जाती है।

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3. अशाब्दिक संचार में मुश्किल - विभिन्न देशों में अशाब्दिक संचार में अंतर होने से अन्तराष्ट्रीय व्यवसाय में बहुत मुश्किलें आती है। दैहिक भाषा का विभिन्न देशों में अलग अलग प्रकार का अर्थ निकाला जाता है। चेहरे की किसी एक अभिव्यक्ति, भंगिना का किसी एक संस्कृति में तो अर्थ सकारात्मक रूप से निकाला जाता है, जबकि किसी अन्य संस्कृति में इसका अर्थ नकारात्मक रूप से निकाला जाता है। जैसे सिर को बायीं से दांयी दिशा में घुमाने का अमेरिका में अर्थ मनाही होता है जबकि बुल्गेरिया, मलेशिया में इसका अर्थ मंजूरी होता है।


4. शिष्टाचार में अंतर - विभिन्न संस्कृतियों में शिष्टाचार के तरीके में बहुत अंतर है। दूसरे का अभिवादन करने, दुख, सहानुभूति, खुशी, सम्मान, भोजन मेज पर सभ्यता, सभाओं में शिष्टाचार आदि प्रकट करने में विभिन्नता संस्कृरियों में बहुत अंतर है। किसी एक संस्कृति में जिसे सदाचार मानते है, उसे अन्य संस्कृति में असभ्यता या रूखापन मानते है।


5. व्यवसाय को प्रभावित करने वाली व्यवहार प्रथाओं में अंतर - विभिन्न संस्कृतियों में व्यवहार करने के ढंग में अत्यधिक भिन्नता पाई जाती है। किसी व्यवसाय, पेशे को विभिन्न संस्कृतियों में अलग अलग स्तर दिए जाते है। किसी एक व्यवहार को एक संस्कृति में अच्छा माना जाता है, जबकि किसी अन्य संस्कृति में उसी व्यवहार को बुरा माना जाता है।


6. धर्म एवं वैश्विक व्यवसाय - विभिन्न देशों में अलग अलग धर्मों का पालन किया जाता है। लगभग प्रत्येक देश में विभिन्न धर्मों के लोग रहते है परन्तुनिस्के बावजूद भी प्रत्येक देश में किसी एक धर्म के अधिक अनुयायी होते है। यहां तक कि व्यावसायिक मामले भी धर्म द्वारा प्रभावित होते है। प्रत्येक धर्म की अपनी कुछ विशेष विचारधाराएं तथा विश्वास होते है, जो व्यवसाय के विभिन्न पहलुओं को प्रभावित करते है जैसे कुछ विशेष उत्पादों के प्रयोग की मनाही, किसी विशेष कार्य को एक विशेष समय पर ही करना या न करना।

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