International Staffing Decision in Hindi

हेलो दोस्तों।

इस पोस्ट में अन्तराष्ट्रीय नियुक्तिकरण / स्टाफिंग निर्णय के बारे में जानेंगे।

इसके बारे में जानने से पहले मानव संसाधन प्रबन्ध के बारे में जान लेते है

मानव संसाधन प्रबन्ध - मानवीय संसाधन प्रबन्ध का सम्बन्ध संतोषजनक कार्य करने वालों व संतुष्ट कर्मचारियों को ढूंढने, प्राप्त करने व बनाए रखने से है।

अन्तराष्ट्रीय नियुक्तिकरण / स्टाफिंग निर्णय (International Staffing Decision)

अन्तराष्ट्रीय कंपनियों में कर्मचारियों से सम्बंधित निर्णय लेना एक जटिल कार्य है, क्योंकि मानवीय संसाधन विभिन्न देशों से सम्बंधित होते है, विभिन्न भाषाएं बोलते है, विभिन्न संस्कृतियों से जुड़े होते है, विभिन्न कार्य पद्धतियां, प्रबन्ध शैली, मूल्य व्यवस्था, व्यावसायिक नीति शास्त्र आदि अपनाते है।



अन्तराष्ट्रीय नियुक्तिकरण या स्टाफिंग निर्णय के बारे में जानकारी
अन्तराष्ट्रीय नियुक्तिकरण या स्टाफिंग निर्णय के बारे में जानकारी




वैश्विक स्टाफिंग नीति कर्मचारियों के चयन व नियुक्ति से सम्बंधित होती है। इन कर्मचारियों का चयन घरेलू देश से, मेजबान देश स या किसी अन्य तीसरे देश से किया जा सकता है। जब किसी कर्मचारियों का एक्सपेट्रिएट कहते है। वह मूल देश या तीसरे देश का निवासी हो सकता है। जब वह उस देश का निवासी होता है, जहां वैश्विक कंपनी का मुख्यालय होता है, तो उसे मूल देश या घरेलू देश का निवासी कहते है। जब वह किसी ऐसे देश से होता है जो न तो मूल देश है और न ही मेजबान देश, तो उसे तृतीय देश के एक्सपेट्रिएट कहते है।

अन्तराष्ट्रीय व्यवसाय में स्टाफिंग नीतियों का वर्गीकरण निम्न प्रकार से किया जा सकता है :

1. एथनोसेंट्रिक स्टाफिंग नीति

2. पोलिसेंट्रिक स्टाफिंग नीति

3. जियोसेंट्रिक स्टाफिंग नीति


1. एथनोसेंट्रिक स्टाफिंग नीति - इस नीति के अंतर्गत विदेशी सहायक कंपनी में सभी मुख्य पदों पर नियुक्ति मूल देश के लोगों में से की जाती है। यह नीति इस मान्यता पर आधारित है कि मूल देश के सिद्धान्त, प्रबन्ध व्यवहार, तकनीकी कौशल आदि मेजबान देश के कौशल से अधिक बेहतर है। इसके अलावा घरेलू उच्च अधिकारी सुप्रशिक्षित व अनुभवी होते है, वे संगठन की नीतियों, कार्यक्रमों, प्रबन्ध शैली से भली भांति परिचित होते है। अतः वे मेजबान देश के उच्च अधिकारियों की तुलना में विदेशी सहायक कंपनियों का अधिक अच्छे तरीके से प्रबन्ध कर सकते है। यह नीति एकीकृत संस्थागत संस्कृति तथा विदेशी सहायक कंपनियों पर बेहतर नियंत्रण सुनिश्चित करती है।

अन्तराष्ट्रीय लेखांकन प्रमाप

2. पोलिसेंट्रिक स्टाफिंग नीति - इस नीति में मेजबान देश के लोगों को ही विदेशी कंपनी की सहायक कंपनियों के सभी पदों पर नियुक्त किया जाता है। सर्वोच्च पदों पर भी मेजबान देश के लोग ही नियुक्त किए जाते है। कुछ बड़ी बहुराष्ट्रीय कंपनियों जैसे HSBC, जॉनसन एवं जॉनसन, माइक्रोसॉफ्ट आदि में इस स्टाफिंग नीति को अपनाया गया है। यह नीति इस मान्यता पर आधारित है कि मेजबान देश मे पर्याप्त स्थानीय कौशल उपलब्ध है, तथा उन्हें स्थानीय विपणन दशाओं, सरकारी नीतियों, प्रबन्ध शैली, कार्य संस्कृति, व्ययवसायिक नीति शास्त्र आदि के बारे में बहुत अच्छी जानकारी है।


3. जियोसेंट्रिक स्टाफिंग नीति - इस नीति में सर्वोच्च पदों वे लिए सर्वश्रेष्ठ अधिकारियों का चयन किया जाता है। चाहे वे किसी भी देश से सम्बंधित क्यों न हो, ये सर्वोच्च अधिकारी मूल देश के हो सकते है, मेजबान देश के या किसी अन्य देश के भी हो सकते है। यह नीति इस मान्यता पर आधारित है कि सर्वश्रेष्ठ व्यक्ति ही सर्वोच्च पदों पर नियुक्त किए जाने चाहिए, चाहे वे किसी भी देश से सम्बंधित क्यों न हो। जियोसेंट्रिक नीति से ऐसे अन्तराष्ट्रीय उच्च अधिकारयों की टीम तैयार हो जाती है, जो किसी भी सांस्कृतिक माहौल में कुशलता से काम कर सकते है। इन अधिकारियों का दृष्टिकोण बहुत व्यापक होता है। इनकी प्रबन्ध शैली बहुत लोचशील होती है, जो विश्व के किसी भी देश मे ढल सकती है। अतः वैश्विक कंपनियां मुख्य कौशल सरलता प्रबन्ध की लागत बहुत अधिक आती है। 

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