लेबल का अर्थ विशेषताएं प्रकार और उद्देश्य या लाभ के बारे में जानकारी

हेलो दोस्तों।

इस पोस्ट में हम लेबल के अर्थ इसकी विशेषताएं, प्रकार और उद्देश्य/लाभ के बारे के समझेंगे।


लेबल (Label)

लेबल एक कागज की पर्ची या चिट होती है जिस पर उत्पाद व उत्पादक के सम्बंध में सूचनाएं अंकित होती है जिसे प्रायः उत्पाद पर लपेटा जाता है। लेबल तैयार करने की प्रक्रिया लेबलिंग कहलाती है। लेबल पर प्रायः उत्पाद का ब्रांड नाम, उत्पादक का नाम व पता, उत्पाद में प्रयोग की गई सामग्री, कीमत, उत्पाद की प्रयोग विधि, उत्पाद की निर्माण व उसके प्रयोग की अंतिम तिथि आदि सूचनाएं दी जाती है।




Meaning of Label and Characteristics Types and Objectives or Advantages of Labelling in Hindi
Meaning of Label and Characteristics Types and Objectives or Advantages of Labelling in Hindi






लेबल की विशेषताएं (Characteristics of Labelling)

लेबल उत्पाद पहचान का एक महत्वपूर्ण साधन है जिससे उत्पाद, उत्पादक, आदि के सम्बंध में जानकारी प्राप्त होती हैं एक अच्छे लेबल की मुख्य विशेषताएं निम्नलिखित है :

1. ब्रांड नाम - लेबल द्वारा उपभोक्ताओं को उत्पाद के ब्रांड नाम की जानकारी प्राप्त होती है जिससे वे उत्पाद को आसानी से पहचान और क्रय कर सकते है।

पैकेजिंग के कार्य

2. नाम व पता - लेबल उपभोक्ताओं को उत्पादक के नाम पते के सम्बंध में जानकारी देता है अर्थात वस्तु के निर्माण का ज्ञान करवाता है।


3. सामग्री - लेबल के लिए कागज, धातु का छपा हुआ टुकड़ा, कपड़ा, चमड़ा, पर्ची इत्यादि सामग्री का प्रयोग किया जाता है।


4. संख्या व मात्रा - एक अच्छे लेबल की मुख्य विशेषता यह है कि इसमें उत्पाद की मात्रा एवं संख्या अंकित होती है जिससे उपभोक्ता को क्रय करने के समय उत्पाद की संख्या एवं मात्रा की जानकारी प्राप्त होती है।


5. ट्रेडमार्क - लेबल उत्पाद के ट्रेडमार्क की जानकारी भी देता है।


6. विशेष निर्देश - लेबल द्वारा उपभोक्ताओं को उत्पाद के सम्बंध में विशेष निर्देश प्राप्त होते है अर्थात लेबल उपभोक्ता को उत्पाद का कुशलतम एवं अधिकतम उपयोग करने में सहायता करता है।




लेबल के प्रकार (Types of Label)

स्टेन्टन ने लेबल को तीन प्रकारों से वर्गीकृत किया है :

1. ब्रांड लेबल - ब्रांड लेबल में केवल उत्पाद का ब्रांड नाम लिखा होता है। ये लेबल आकार के छोटे तथा आकर्षित करने वाले होते है। ये प्रायः उत्पाद या पैकेज पर लगाए जाते है। जैसे दीर्घ्वधि तक प्रयोग किए जाने वाले टिकाऊ उत्पाद जैसे सैमसंग, गोदरेज तथा सोनी आदि ब्रांड के टेलीविजन एवं रेफ्रेजरेट्रो पर ब्रांड लेबल का प्रयोग किया जाता है। इस प्रकार के ब्रांड लेबल का मुख्य दोष यह है कि इसमें वस्तु के प्रयोग के बारे में पर्याप्त सूचना का अभाव रहता है जिससे नए ग्राहकों को आकर्षित नही किया जा सकता।


2. वर्ग लेबल - इस प्रकार के लेबल का प्रयोग उन निर्माताओं व उत्पादकों द्वारा किया जाता है जो विभिन्न प्रकार के उत्पादों का निर्माण करते है। ये लेबल उत्पादक द्वारा उत्पादित वस्तु की गुणवत्ता या वर्ग को प्रदर्शित करते है तथा विभिन्न क्रेताओं को सन्तुष्ट करते है। इन्हें ग्रेड लेबल के नाम से भी जाना जाता है।


3. सूचनात्मक लेबल - जिस लेबल पर उत्पाद की विशेषताओं या गुणों की सूचनाओं का विवरण दिया होता है, उसे सूचनात्मक लेबल कहते है। कुछ विद्वान इसे विवरणात्मक लेबल भी कहते है क्योंकि इस पर उत्पाद तथा विपणनकर्ता के सम्बंध में व्यापक सूचनाएं दी जाती है। इस प्रकार के लेबल से सम्बंधित कुछ सूचनाएं इस प्रकार है :

(i) वस्तु के लिए किस प्रकार की सामग्री का प्रयोग किया गया है ?

(ii) वस्तु किस प्रकार तैयार की गई है ?

(iii) वस्तु का प्रयोग किस प्रकार किया जाए ?

(iv) वस्तु के उपयोग क्या है ?

(v) वस्तु सम्बन्धी सावधानियां क्या है ?




लेबलिंग के उद्देश्य/लाभ (Objectives/Advantages of Labelling)

लेबल शब्द चिन्ह, डिज़ाइन आदि की एक चिट होती है जिससे उपभोक्ताओं को उत्पाद के सम्बंध में संक्षिप्त जानकारी प्राप्त होती है। इसके अतिरिक्त, यह उत्पाद की पहचान करवाने में भी सहायता करता है। लेबलिंग से प्राप्त विभिन्न लाभों के वर्णन इस प्रकार है :

1. लाभ प्राप्ति के अवसर - लेबलिंग उत्पाद व उत्पादक की पहचान बनाकर, विक्रय वृद्धि में सहायक है जिससे उत्पादक की ख्याति में भी वृद्धि होती है। यह उत्पादक को अपने नए उत्पादों के विक्रय व नवीन योजनाओं के संचालन में भी सुविधा प्रदान करती है।


2. गुणवत्ता एवं उपयोगिता का ज्ञान - उत्पाद लेबलिंग पर विभिन्न सूचनाएं लिखी होने के कारण उपभोक्ताओं को उत्पाद की गुणवत्ता एवं उपयोगिता का सही ज्ञान होता है जिससे वे उत्पाद के सम्बंध में क्रय निर्णय को सरलता से ले सकते है।


3. महत्वपूर्ण सूचनाएं - लेबलिंग द्वारा उपभोक्ताओं को उत्पाद के सम्बंध में महत्वपूर्ण सूचनाएं प्राप्त होती है। इन सूचनाओ के द्वारा उपभोक्ता उत्पाद की सही जांच करके उसका क्रय कर सकता है तथा अपनी आवश्यकताओं की सन्तुष्टि कर सकता है।


4. सन्देश - लेबलिंग उपभोक्ताओं को उत्पाद के उपयोग में सावधानियां बरतने का संदेश देती है जिससे उपभोक्ताओं को उत्पाद का प्रयोग करने में सुविधा रहती है।


5. श्रेणी एवं प्रमाप - लेबल उत्पाद की श्रेणी एवं उसके प्रमापों को प्रकट करने में सहायता प्रदान करता है जिससे ग्राहक अपनी आवश्यकताओं के अनुरूप उत्पाद का चयन कर सकते है।

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