स्कंध क्या है स्कंध की विशेषताएं और अंशो का स्कंध में परिवर्तन के बारे में जानकारी


हेलो दोस्तों। 

आज के पोस्ट में हम स्कंध के बारे में जानेंगे और इसकी विशेषताओ और अंशो के स्कंध में परिवर्तन के बारे में भी बात करेंगे। 


स्कंध (Stock)

स्कंध का अर्थ चुकता अंशो की इकट्ठी रकम से है जिसे बाद में किसी भी रकम के छोटे छोटे टुकड़ों में बांटा जा सकता है ताकि अंशो की किसी भी रकम को दूसरों को हस्तांतरित किया जा सके। कंपनी अधिनियम, 2013 की धारा 2 के अनुसार, अंश का तातपर्य कंपनी की अंश पूंजी में से एक हिस्से से है और इसमें स्कंध भी सम्मिलित है जब तक जी अंश तथा स्कंध में स्पष्ट तथा गर्भित रूप से अंतर न किया गया हो। उक्त परिभाषा से अंश तथा स्कंध का अर्थ स्पष्ट नही होता बल्कि यह बताती है कि अधिनियम की व्यवस्था अंश तथा स्कंध पर समान रूप से लागू होती है जब तक कि दोनों में स्पष्ट तथा गर्भित अंतर न किया जाए।



स्कंध क्या है स्कंध की विशेषताएं और अंशो का स्कंध में परिवर्तन के बारे में  जानकारी
स्कंध क्या है स्कंध की विशेषताएं और अंशो का स्कंध में परिवर्तन के बारे में  जानकारी




स्कंध की विशेषताएं (Features of Stock)

1. कंपनी स्कंध क्रय के लिए जनता को आमंत्रित नही कर सकती।
 
2. केवल पूर्णदत अंशो को ही स्कंध में परिवर्तित किया जा सकता है।

3. कंपनी अन्तर्नियमो में अंशो को स्कंध में परिवर्तित करने का प्रावधान होना चाहिए। 

4. सभी स्कंध का समान मूल्य हो यह जरूरी नही है, स्कंध कम या ज्यादा मूल्य के हो सकते है। 

5. स्कंध पर क्रम संख्या नहीं होती। 

6. अंशो को स्कंध में परिवर्तन के लिए अंशधारी द्वारा कंपनी को आवेदन दिया जाना जरूरी है। 

7. स्कंध भी अंशो की तरह पूंजी के एक भाग का प्रतिनिधित्त्व करते है। 

8. कंपनी प्रत्येक स्कंधधारी को स्कंध की राशि के अनुपात में लाभांश देती है। 



अंशो का स्कंध में परिवर्तन (Conversion of Shares into Stock)

जब कंपनी के अंशो पर पूरा भुगतान प्राप्त हो जाता है तो उन्हें स्कंध में परिवर्तित किया जा सकता है। अतः स्कंध का आशय चुकता अंशो की एकत्रित रकम से है जिसे बाद में किसी भी रकम के छोटे छोटे टुकड़ों में विभाजित किया जा सकता है ताकि अंशो की किसी रकम को हस्तांतरित किया जा सके। इस प्रकार स्कंध अंश होता है जबकि प्रत्येक अंश स्कंध नही हो सकता। 


अंशो को स्कंध में परिवर्तित करने की वैधानिक व्यवस्थाएं - अंशो को स्कंध में परिवर्तित करने की वैधानिक व्यवस्थाएं निम्नलिखित है :


1. एक कंपनी अपने साधारण प्रस्राव द्वारा अपने पूर्णदत अंशो को स्कंध में बदल सकती है या स्कंध को किसी भी मूल्य के पूर्णदत चुकता अंशो में पुनः परिवर्तित कर सकती है। 


2. स्कंध को उसी प्रकार हस्तांतरित किया जा सकता है जिस प्रकार पूर्णदत अंशो का हस्तांतरण किया जाता है। लेकिन संचालक मंडल स्कंध हस्तांतरण की एक न्यूनतम राशि निर्धारित कर सकता है जिससे कम राशि का हस्तांतरण नही किया जा सकता। परन्तु यह न्यूनतम राशि उन अंशो के अंकित मूल्य से अधिक नही होगी जिनसे स्कंध का निर्माण हुआ है। 


3. स्कंधधारी के जो नियम पूर्णदत अंशो के बारे में लागू होते है वही स्कंध पर लागू होंगे। 


4. कंपनी प्रत्यक्ष अभिदान के लिए जनता को स्कंध प्रस्तुत नही कर सकती। वह केवल पूर्णदत अंशो को ही स्कंध में परिवर्तित कर सकती है। 




अंशो को स्कंध में परिवर्तित करने की विधि
(Procedure of Conversion of Shares into Stock)

1. अंशधारियो की सभा मे साधारण प्रस्ताव पास करना - कंपनी अधिनियम की धारा 61 के अनुसार एक समिति दायित्व वाली कंपनी जिसमे अंश पूंजी है, यदि उसके अन्तर्नियमो में ऐसी व्यवस्था है, अपनी व्यापक सभा मे एक प्रस्ताव पारित करके अपने सब या कुछ पूर्णदत अंशो को स्कंध में एवं स्कंधों को किसी भी मूल्यों में बदल सकती है। यदि कंपनी के अन्तर्नियमो में यह व्यवस्था न हो तो पहले एक विशेष प्रस्ताव द्वारा उनमे परिवर्तन करके यह अधिकार प्राप्त कर लेना चाहिए। 


2. हस्तांतरण पुस्तके बन्द करना तथा अंशधारियो को सूचना देना - अंशो को स्कंध में परिवर्तन करने का प्रस्ताव पारित करने के बाद अंश हस्तांतरण भी पुस्तकें बन्द कर दी जाती है तथा कंपनी अंशधारियो को अपने अंश प्रमाण पत्र कंपनी को समर्पण करने की एक सूचना देती है। अंश प्रमाण पत्रों के समर्पण के उपरांत कंपनी एक रसीद जारी करती है जिसके बदले में कुछ समय के बाद स्कंध प्रमाण पत्र प्राप्त किये जा सकते है। स्कंध प्रमाण पत्र प्राप्त करते समय कंपनी द्वारा जारी की गई रसीद लौटानी पड़ती है। 


3. स्कंध प्रमाण पत्र जारी करना तथा रजिस्टर बनाना - स्कंध प्रमाण पत्र जारी करते समय सदस्यों के रजिस्टर में आवश्यक प्रविष्टि कर दी जाती है तथा एक नई पुस्तक स्कंध रजिस्टर खोल दी जाती है। यह रजिस्टर उसी प्रकार खोला तथा रखा जाता है जिस प्रकार सदस्यों का रजिस्टर। 


4. परिवर्तन की सूचना रजिस्ट्रार को देना - अंशो को स्कंध में परिवर्तन करने के बाद 30 दिन के अंदर इसकी सूचना रजिस्ट्रार को देनी होती है।


अंशो को स्कंध में परिवर्तित करने का सबसे बड़ा लाभ यह है कि सदस्य उनका हस्तांतरण चाहे किसी भी धनराशि में कर सकते है। अंश टुकड़ो में नही बेचा जा सकता लेकिन स्कंध टुकड़ो में बेचा जा सकता है। जैसे 37.75 !

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