आकस्मिक आय क्या है और आकस्मिक आय के प्रावधान क्या है


हेलो दोस्तों। 

आज के पोस्टमे हम आकस्मिक आय के बारे में जानेंगे। 


आकस्मिक आय (Casual Income)

ऐसी प्राप्तियां जो संयोगवश बिना आशा से प्राप्त हो गयी है तथा जो बार बार न होने वाली प्रकृति की है, आकस्मिक आय कहलाती है। यह वह आय होती है जो अचानक भाग्यवश या अनिश्चित समय पर बिना आशा से प्राप्त होती है। आकस्मिक आय कुल आय में शामिल की जाती है और उस पर कर लगता है। 

उदहारण (example) : किसी खोए हुए बच्चे को ढूंढकर लाने वाले को मिला हुआ इनाम, यदि इनाम की पहले से घोषणा न कि गयी हो, आकस्मिक ये है। 




आकस्मिक आय क्या है और आकस्मिक आय के प्रावधान क्या है
आकस्मिक आय क्या है और आकस्मिक आय के प्रावधान क्या है




और जो आकस्मिक आय में शामिल नही है वह इस प्रकार है :

1. कर योग्य पूंजी लाभ, व्यापार अथवा पेशे से उदय हुई प्राप्तिया, एक कर्मचारी के पारिश्रमिक में जुड़ने वाली अन्य प्राप्तियाँ जेसव बोनस, अनुलाभ आदि।


2. किसी व्यवसाय या पेशे के करने के दौरान में यदि स्वेच्छा से कोई बख्शीश मिलता है तो वह आकस्मिक आय नही होगी जैसे टेक्सी ड्राइवर को बख्शीश, होटल में बेरा (waiter) को प्राप्त बख्शीश आदि उनकी व्यावसायिक आय होगी। 


3. किसी रिश्तेदार से व्यक्तिगत भेंट बार बार प्राप्त होने पर भी कर योग्य नही होती है। यह भेंट पारिवारिक प्रेम के कारण दी जाती है और कर योग्य नही होती। 


4. किसी अनुबंध के अंतर्गत देय कोई राशि आकस्मिक आय नही मानी जायेगी। एक पति द्वारा अपनी पत्नी को कोई भुगतान पृथक पृथक रहने के अनुबंध के अंतर्गत निर्वाह भत्ते के रूप में हुआ हो तो वह न आकस्मिक आय है और न व्यक्तिगत भेंट, अतः वह कर योग्य है। 



आकस्मिक आय के सम्बंध में अन्य प्रावधान

1. खर्चे कटौती योग्य नही - यदि आकस्मिक आय के लिए कुछ व्यय किया जाता है तो किसी भी आय में से इसकी कटौती नही मिलेगी। उदहारण : एक व्यक्ति लॉटरी के टिकट खरीदता है या वर्ग पहेली भेजने में डाक व्यय करता है तो भी खर्चे की कटौती नही मिलेगी। 

2. हानियों की पूर्ति नही - यदि आकस्मिक आय की अपेक्षा आकस्मिक हानि हो जाये तो इसकी पूर्ति किसी भी आय से नही की जा सकती। उदहारण : ताश के खेल में एक दिन जीत हो जाये और दूसरे दिन हार हो जाये तो हार से होने वाली हानि की पूर्ति जीत की आय से नही की जा सकती। 

3. उदगम स्थान पर कर की कटौती - (क) यदि घुड़दौड़ से जीत की राशि 5,000 से अधिक है तो उदगम स्थान पर निर्धारित दर से कर की कटौती की जायेगी तथा शेष राशि ही विजेता को दी जायेगी।

(ख) यदि लॉटरी, वर्ग पहेली, ताश के खेल एवं अन्य खेलों में जीत या जुए या शर्त से जीत की राशि 10,000 से अधिक है तो उदगम स्थान पर कर की कटौती की जायेगी तथा शेष राशि ही विजेता को दी जायेगी।

4. कर की दर - लॉटरी, वर्ग पहेली, दौड़, ताश के खेल, जुए आदि की आय पर विशेष दर (30%) से कर लगता है। 

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