Motives for holding cash in financial management in hindi


हेलो दोस्तों।

इस पोस्ट में रोकड़ रखने की आवश्यकता के बारे में जानेंगे।



रोकड़ रखने की आवश्यकता (Motives for Holding Cash)

यद्यपि रोकड़ स्वयं आय अर्जित नही करती है तथापि दैनिक व्यावसायिक क्रियाओं के निर्बाध संचालन के लिए रोकड़ रखना जरूरी होता है। एक संस्था निम्नलिखित चार कारणों से रोकड़ रखना चाहती है -

1. व्यापारिक आवश्यकताएं

2. पहले से सचेतना ई आवश्यकताएं

3. क्षतिपूर्ति सम्बन्धी आवश्यकताएं

4. सट्टा सम्बन्धी की आवश्यकताएं




Motives for holding cash in financial management in hindi
Motives for holding cash in financial management in hindi




1. व्यापारिक आवश्यकताएं - प्रत्येक व्यवसाय के दैनिक कार्य संचालन में अनेकों ऐसी क्रियाएं की जाती है जिनमें से कुछ क्रियाओं के परिणामस्वरूप व्यवसाय में रोकड़ का अन्तर्वाह होता है - जैसे नकद विक्रय, देनदारों से प्राप्ति, विनियोगों से प्राप्त आय, अन्य आय इत्यादि एवं कुछ क्रियाओं के परिणामस्वरूप व्यवसाय से रोकड़ का बहिर्वाह होता है जैसे नकद क्रय, लेनदारों को भुगतान, मजदूरी, संचालन घाटा, ब्याज, कर, लाभांश आदि का भुगतान। प्रायः किसी भी व्यवसाय में रोकड़ अन्तर्वाह रोकड़ बहिर्वाह को तुलना में अधिक होता है। तो कई बार उसके विपरीत, रोकड़ बहिर्वाह रोकड़ अन्तर्वाह की तुलना में अधिक हो जाता है। अगर रोकड़ बहिर्वाह रोकड़ अन्तर्वाह से अधिक हो जाए तो ऐसी दशा में, रोकड़ की कमी को पूरा करने के लिए व्यवसाय में पर्याप्त मात्रा में रोकड़ शेष रखा जाना जरूरी हो जाता है।


2. पहले से सचेतता की आवश्यकताएं - एक व्यवसाय में आकस्मिक रूप से उतपन्न होने वाली प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना करने के लिए पहले से ही सचेत रहते हुए रोकड़ शेष रखना जरूरी होता है। व्यवसाय में आकस्मिक रूप से उतपन्न कुछ प्रतिफल परिस्थितियां निम्नलिखित है :

(i) ग्राहकों द्वारा दिए गए आदेश का रद्द हो जाना।

(ii) व्यवसाय की संचालन लागतों का बढ़ना।

(iii) हड़ताल, बाढ़ व कुछ महत्वपूर्ण ग्राहकों का दिवालिया हो जाना।

(iv) कच्चे माल की लागतों का बढ़ना।

(v) लम्बे समय तक रोकड़ का देनदारों व प्राप्य बिलों में फंसी रहना।



3. क्षतिपूर्ति सम्बन्धी आवश्यकताएं - एक व्यवसाय की क्षतिपूर्ति सम्बन्धी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए भी रोकड़ का पर्याप्त शेष रखा जाना जरूरी होता है।

बैंक व्यवसाय को अनेक प्रकार की बैंकिंग सुविधाएं प्रदान करते है। इनमें से कुछ सुविधाओं के लिए बैंक व्यवसाय से प्रत्यक्ष रूप से कमीशन या फीस आदि वसूल करते है : जैसे बैंक ड्राफ्ट बनवाने पर बैंक कमीशन लेता है। परंतु कुछ अन्य सुविधाओं के लिए बैंक प्रत्यक्ष रूप से कमीशन या फीस आदि वसूल न करके बल्कि अप्रत्यक्ष रूप से क्षतिपूर्ति करते है। इसके लिए बैंक प्रत्येक खाताधारी को उसके खाते में एक आवश्यक कम से कम रोकड़ शेष बनाए रखने का निर्देश देते है। खाताधारी अपने बैंक खाते से इस आवश्यक कम से कम रोकड़ शेष से धनराशि का प्रयोग नही कर सकते है। इस कम से कम रोकड़ शेष से बैंक खाताधारियों को निःशुल्क दी जाने वाली बैंकिंग सुविधाओं की क्षतिपूर्ति करते है। अतः निःशुल्क बैंकिंग सुविधाओं की क्षतिपूर्ति के रूप में बैंक खाते में कम से कम रोकड़ शेष रखना जरूरी होता है।



4. सट्टा संबन्धी की आवश्यकताएं - व्यवसाय को भविष्य में उपलब्ध होने वाले लाभप्रद अवसरों का लाभ उठाने के लिए भी पर्याप्त रोकड़ शेष रखना जरूरी होता है। व्यवसाय को निम्नलिखित लाभप्रद अवसर उपलब्ध हो सकते हैं -

(i) कच्चे माल की लागत कम होने पर कच्चा माल खरीदने का अवसर।

(ii) किसी सम्पत्ति विशेष की कीमत कम होने पर इसे क्रय करने का अवसर।

(iii) प्रतिभूतियों का मूल्य कम होने पर इन्हें क्रय करने का अवसर। 

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