प्राथमिक पूंजी बाजार इसकी विशेषताएँ और मुख्य क्रियाओं के बारे में जानकारी


हेलो दोस्तों।

आज के पोस्ट में हम प्राथमिक पूंजी बाजार के बारे में समझेंगे।


प्राथमिक पूंजी बाजार (Primary Capital Market)

प्राथमिक पूंजी बाजार का सम्बंद दीर्घकालीन कोषों के लेन देन से है। प्राथमिक पूंजी बाजार के अंतर्गत उन व्यक्तियों, एकाकी संस्थाओ, सेवाओं आदि को सम्मिलित किया जाता है। जो विद्यमान एवं नई कंपनियो के लिए नई पूंजी में वृद्धि करते हैं। प्राथमिक पूंजी बाजार में ऐसी प्रतिभूतियों का व्यापार किया जाता है जो नई तथा पहली बार उपार्जित हुई है। इन प्रतिभूतियों की निर्गमनकर्ता कंपनी नई या पहले से विद्यमान हो सकती है। प्राथमिक पूंजी बाजार को नव निर्गमन बाजार भी कहा जाता है।




What is Primary Capital Market and Characteristics and Main Activities of Primary Capital Market in Hindi
What is Primary Capital Market and Characteristics and Main Activities of Primary Capital Market in Hindi 





प्राथमिक पूंजी बाजार की विशेषताएं (Characteristics of Primary Capital Market)


1. इसमे केवल नई प्रतिभूतियों का लेन देन किया जाता है।


2. इसकी सहायता से निगमित क्षेत्र नए साधन उपलब्ध करता है। अन्य शब्दों में यह बाजार प्रतिभूतियों का निर्गमन करने वाली कंपनियों को धन उपलब्ध करवाता है।


3. इस बाजार का कोई निश्चित भौगोलिक क्षेत्र नही होता है।


4. इस बाजार को केवल इसमें प्रदान की जाने वाली सेवाओं के आधार पर ही पहचाना जा सकता है।


5. इस बाजार का कोई मूर्त रूप और प्रशासनिक ढांचा नही होता है।


6. इस बाजार का नियंत्रण भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड, अंश बाजार तथा कंपनी अधिनियम द्वारा विभिन्न नियम एवम कानून बनाकर किया जाता है।




प्राथमिक पूंजी बाजार की मुख्य क्रियाएं (Main Activities of Primary Capital Market)


प्राथमिक पूंजी बाजार, पूंजी निर्माण करने का कार्य करता है। इसके लिए बचतों को विनियोगों में परिवर्तित किया जाता है। अतः यह कहा जा सकता है, की प्राथमिक पूंजी बाजार बचतकर्ता एवं विनियोगकर्ता के मध्य एक कड़ी का काम करता है। प्राथमिक पूंजी बाजार कोई ऐसा स्थान नही है जहां से भावी लाभों में वृद्धि करने के लिए वित्त एकत्रित किया जा सकता है। प्राथमिक पूंजी बाजार की मुख्य क्रियाओं का वर्गीकरण निम्नलिखित तीन भागों में किया जा सकता है -

1. संगठन करना

2. अभिगोपन करना

3. वितरण करना



1. संगठन करना - प्राथमिक पूंजी बाजार की संगठन करने की क्रिया के अंतर्गत निर्गमन के अधिकारियों द्वारा निर्गमन की जांच व विश्लेषण करना तथा विनियोगकर्ताओं का परामर्श, अधिकृत तथा प्रक्रियागत सेवाएं प्रदान करना आदि को शामिल किया जाता है। इस संगठन क्रियाओं से निर्गमन कंपनी को निर्गमन का आकार, समय, मूल्य, शर्तें व प्रवाह की विधि आदि के निर्धारण में सहयोग प्राप्त होता है।


2. अभिगोपन करना - अभिगोपन प्रतिभूतियों की निर्गमन कंपनी व अभिगोपक के मध्य एक समझौता होता है जिसके अनुसार अभोगोपक निर्गमन कंपनी को गारंटी देता है कि अगर कंपनी द्वारा प्रस्तावित प्रतिभूतियों को जनता से अभिदान प्राप्त नही होता है तो वह उन प्रतिभूतियों को स्वयं खरीद लेगा। अभिगोपन करवाने से निर्गमन कंपनी को निर्गमन की सफलता एवं लोगो के प्रति पूरा विश्वास हो जाता है।



3. वितरण करना - प्राथमिक पूंजी बाजार की वितरण प्रक्रिया के अंतर्गत निर्गमन कंपनी प्रतिभूतियों का विक्रय वास्तविक विनियोगकर्ताओं को कर देती है। वितरण करने का कार्य शेयर दलालों, उप दलालों, वितरणकर्ताओं आदि के द्वारा किया जाता है। इनका सम्बन्ध वर्तमान एवं भावी वास्तविक विनियोगकर्ताओं के साथ सदैव प्रत्यक्ष रूप से बना रहता है।


इन तीन क्रियाओं को पूरा करने के लिए निम्नलिखित तीन सेवाएं प्रदान की जाती गई :

(i) प्राथमिक पूंजी बाजार वर्तमान कंपनी का विस्तार एवं विभिननिकरण करने के उद्देश्य से स्त्रोतों को एकत्रित करने में सहायता करता है।

(ii) प्राथमिक पूंजी बाजार वर्तमान साझेदार या निजी लिमिटेड कंपनियों को सार्वजनिक लिमिटेड कंपनियों में परिवर्तित करने में सहायता करता है।

(iii) प्राथमिक पूंजी बाजार जमाकर्ताओं से उद्यमियों को स्त्रोतों का हस्तांतरण करवाने में सहायता करता है। 

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