Importance of International Payment in Hindi

हेलो दोस्तों।

इस पोस्ट में हम अन्तराष्ट्रीय भुगतान का महत्व के बारे में जानेंगे।


अन्तराष्ट्रीय भुगतान का महत्व (Importance of International Payment)

व्यवहार में अनेक ऐसे कारण होते है जिनकी वजह से अन्तराष्ट्रीय भुगतान की जरूरत उतपन्न होती है। ये कारण निम्नलिखित है :



अन्तराष्ट्रीय भुगतान का महत्व




1. विदेशी ऋण - अधिकतर देशों को अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए दूसरे देशों से ऋण लेना पड़ता है। इस प्रकार जब कोई देश विदेशों से ऋण लेता है तो उसको यह ऋण लौटाना भी पड़ता है जो केवल अन्तराष्ट्रीय भुगतान से ही सम्भव है।


2. सेवाओं में लेन देन - वर्तमान में दो देशों के बीच वस्तुओं के साथ साथ सेवाओं का भी लेन देन होता है। आज अनेक पिछड़े देशों को कई प्रकार की सेवाएं उपलब्ध कराई जाती है जो उनके देश मे उपलब्ध नही है। ये सेवाएं शिक्षा, चिकित्सा, विज्ञापन व तकनीकी क्षेत्र में प्रदान की जाती है। आयातक देश को इन सेवाओं का मूल्य चुकाना पड़ता है जिसके कारण अन्तराष्ट्रीय भुगतान की जरूरत पड़ती है।

अन्तराष्ट्रीय भुगतान का अर्थ और विशेषताएं जाने

3. क्षतिपूर्ति - एक देश द्वारा अन्य देश की सरकार, संस्था या व्यक्तियों को क्षतिपूर्ति प्रदान करने के लिए अन्तराष्ट्रीय भुगतान की जरूरत उतपन्न होती है।


4. व्यापारिक क्रय विक्रय - प्रायः दो देश आपस मे वस्तुओं का क्रय विक्रय करते है। यह क्रय विक्रय या तो इसलिए किया जाता है कि एक देश मे वह विशेष वस्तु उत्पादित नही होती या बहुत महंगी पड़ती है अर्थात दूसरे देश से आयात करनी सस्ती पड़ती है या अपने देश के उच्च तकनीक योय अभाव पाया जाता है। अतः जब दो देश आपस के वस्तुओं का क्रय विक्रय करते है तो उनके बीच मूल्य के भुगतान की जरूरत पड़ती है।


5. ब्याज का भुगतान - जब एक देश, दूसरे देश को ऋण देता है तो उस ऋण पर ब्याज का भुगतान करना पड़ता है जिसके कारण अन्तराष्ट्रीय भुगतान की आवश्यकता उतपन्न होती है।


6.  अन्तराष्ट्रीय पुरस्कार - प्रायः अन्तराष्ट्रीय पुरस्कारों के लिए भी अन्तराष्ट्रीय भुगतान की जरूरत होती है। अन्तराष्ट्रीय पुरस्कार किसी भी देश के व्यक्ति, खिलाड़ी या संस्था को मिल सकता है। जैसे अगर भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी अच्छा खेलते है और ऑस्ट्रेलिया से उन्हें पुरस्कार प्राप्त होता है तो वह उसे अपने देश की मुद्रा में प्राप्त करने के लिए अन्तराष्ट्रीय मुद्रा को भारतीय मुद्रा में बदलवाते है। क्योंकि ये पुरस्कार आमतौर पर अन्तराष्ट्रीय मुद्रा में ही प्रदान किए जाते है। इसी प्रकार विश्व शतरंज चैंपियन विश्वनाथन आनन्द को अगर विदेश से कोई पुरस्कार प्राप्त होगा तो उसे भी प्राप्त पुरस्कार की राशि को भारतीय मुद्रा में बदलना होगा जो एक प्रकार से अन्तराष्ट्रीय भुगतान का ही रूप है।


7. अन्तराष्ट्रीय संस्थाओं को दान देना - कुछ संस्थाएं ऐसी होती है जो अन्तराष्ट्रीय स्तर पर कार्य करती है। प्रायः विभिन्न देशों द्वारा इन संस्थाओं की सहायता की जाती है जिसके लिए अन्तराष्ट्रीय भुगतान की जरूरत महसूस की जाती है।


संक्षेप में, विश्व व्यापार करने के लिए अन्तराष्ट्रीय भुगतान का विशेष महत्व है।

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