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इस पोस्ट में उत्पाद का अर्थ, इसकी विशेषताएं और महत्व के बारे में जानेंगे।
उत्पाद का अर्थ (Meaning of Product)
उत्पाद को परिभाषित करना एक कठिन कार्य है। साधारणतः उत्पाद को जिस अर्थ में समझा जाता है, विपणन के क्षेत्र में उत्पाद का अर्थ उससे अलग है। सामान्यतः उत्पाद भौतिक तथा रासायनिक गुणों वाली वस्तु होती है, जिसकी पहचान योग्य आकृति होती है। प्रत्येक अर्थ में उत्पाद का वर्गीकरण एक स्वीकृत नाम जैसे जूते, साबुन, कार आदि के रूप में किया जा सकता है। प्रत्येक व्यवसायी अपनी वस्तुओं तथा सेवाओ का प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से विपणन करता है। उपभोक्ता उत्पाद खरीदते है क्योंकि वह उत्पाद से भौतिक तथा मानसिक सन्तुष्टि प्राप्त करते है।
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Meaning of Product and its Features and Importance in hindi |
उत्पाद की आवश्यक विशेषताएं अग्रलिखित है जिनका वर्णन इस प्रकार है :
1. उपभोक्ताओं की सन्तुष्टि - उत्पाद उपभोक्ताओं को वास्तविक तथा मानसिक सन्तुष्टि प्रदान करने के योग्य होना चाहिए। जैसे अमूल आइस क्रीम अच्छा स्वाद तथा सुगन्ध प्रदान करती है।
2. मूर्त गुण - इससे अभिप्राय है जिसे देखा, छुआ तथा महसूस किया जा सके। यह लड़की, कांच या धातु आदि से बना हो सकता है तथा इसका विशेष आकार, आकृति, भार, रंग, स्वाद तथा डिज़ाइन आदि होता है।
उत्पाद का वर्गीकरण
3. विशेष गुण - उत्पाद की एक अन्य मुख्य विशेषता यह है कि इसमें कुछ विशेष गुण सम्मिलित होते है। ये गुण उत्पाद के रंग, आकृति, किस्म आकार आदि के रूप में हो सकते है।
4. उपयोगों का समूह - कुछ विद्वानों ने उत्पाद को उसके प्रयोगों के आधार पर विभाजित किया है। इसका अर्थ है कि उत्पाद वह वस्तु है जोकि उपभोक्ताओं को उपयोगिता प्रदान करती है।
5. अमूर्त गुण - उत्पाद अमूर्त सेवाओं जैसे बीमा, बैंक, भण्डार गृह, यातायात आदि के रूप में भी हो सकता है।
उत्पाद सभी विपणन क्रियाओं का केंद्रीय भाग होता है। किसी उत्पाद के बिना उत्पादन, विज्ञापन, विपणन, कीमत निर्धारण वितरण, विक्रय संवर्द्धन आदि विपणन क्रियाएं निष्पादित नही की जा सकती। विभिन्न पक्षकारो के लिए विपणन के महत्व का वर्णन इस प्रकार है :
1. विपणनकर्ता के लिए महत्व - विपणनकर्ता के लोए उत्पाद का महत्व इस प्रकार है :
(i) विपणन नियोजन का प्रारम्भिक बिंदु - अगर विपणनकर्ता के पास कोई उत्पाद नही है तो कोई विपणन कार्यक्रम तैयार नही किया जा सकता अन्य सभी नीतियां उत्पाद नियोजन पर ही निर्भर करती है।
(ii) विपणन नीतियों तथा क्रियाओं का केंद्र - उत्पाद एक इंजन की तरह काम करता है जोकि सभी विपणन क्रियाओं को आगे की और खींचता है। उत्पाद विपणन नीतियों तथा क्रियाओं का केंद्र होता है।
(iii) उत्पाद बाजार सफलता की कुंजी है - एक खराब उत्पाद विपणन में अपनी असफलता तथा छोटे जीवन को सुनिश्चित करता है। अतः अच्छी तथा मानक वस्तुएं फर्म के लिए बाजार सफलता की कुंजी है।
(iv) व्यवसाय की ख्याति में वृद्धि - उत्पाद कंपनी की ख्याति में वृद्धि करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। सन्तुष्ट उपभोक्ताओं के सामने उत्पाद की प्रशंसा करते है।
2. उपभोक्ताओं के लिए महत्व - उत्पाद प्रत्यक्ष रूप से उपभोक्ता सम्बन्धित होते है। सभी क्रियाएं उपभोग से शुरू होती है तथा उपभोग पर ही खत्म होती है। क्रय शक्ति, मानसिक सन्तुष्टि, जीवन का स्तर, इच्छाओं की पूर्ति आदि उत्पाद से प्रभावित होती है।
3. समाज के लिए महत्व - समाज के दृष्टिकोण से उत्पाद तब महत्वपूर्ण होता है जब यह दो आवश्यकताओं को पूरा करता है। यह लाखों लोगों को रोजगार प्रदान करता है तथा उनके जीवन स्तर में सुधार करके उनकी आवश्यकताओं को संतुष्ट करता है।
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