International Advertising and its Nature or Characteristics in Hindi
इस पोस्ट में अन्तराष्ट्रीय विज्ञापन और इसकी विषषताएँ या प्रकृति के बारे में बताया गया है।
अन्तराष्ट्रीय विज्ञापन (International Advertising)
विज्ञापन शब्द की उतपत्ति लेटिन भाषा के शब्द 'advertere' से हुई है। जिसका अर्थ है किसी वस्तु विशेष की ओर ग्राहक का ध्यान आकर्षित करना। जब विज्ञापन एक देश की सीमा में करवाया जाता है तो वह राष्ट्रीय विज्ञापन कहलाता है परन्तु जब यह दूसरे देशों में करवाया जाता है तो यह अन्तराष्ट्रीय विज्ञापन कहलाता है। दूसरे देश मे विज्ञापन करवाने का मुख्य उद्देश्य अपने उत्पाद का विक्रय तथा उसे प्रचलित करना है।
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अन्तराष्ट्रीय विज्ञापन और इसकी विशेषताएं और प्रकृति के बारे में जानकारी |
परिभाषा (Definition)
विज्ञापन का आशय एक परिचय प्राप्त प्रायोजक द्वारा विचारों, वस्तुओं या सेवाओं का अवैयक्तिक प्रस्तुतिकरण और संवर्द्धन के ढंग से है, जिसका भुगतान किया जाता है।
विज्ञापन की सामान्य विशेषताएं ही अन्तराष्ट्रीय विज्ञापन की विशेषताएं कहलाती है। इनका वर्णन निम्नलिखित है :
1. सामूहिक संचार - सामूहिक संचार से तातपर्य एक ही समय मे श्रोताओं के बहुत बड़े समूह के साथ संचार करने से है। विज्ञापन द्वारा एक समय पर केवल लक्षित श्रोता के साथ सम्पर्क नही किया जाता बल्कि एक बड़े जन समूह के साथ विपणन संचार किया जाता है।
निर्यात विपणन में विज्ञापन की भूमिका या महत्व या उद्देश्य जाने
2. अवैयक्तिक प्रस्तुतिकरण - विज्ञापन अवैयक्तिक होता है। इसका आशय यह है कि इसमें कोई व्यक्ति सामने नही होता अर्थात किसी व्यक्ति को देखकर विज्ञापन नही किया जाता।
3. विज्ञापन का भुगतान - विज्ञापन के लिए भुगतान किया जाता है अर्थात यह मुफ्त नही होता है। विज्ञापनकर्ता (विज्ञापन देने वाला) इसका भुगतान करता है।
4. विस्तृत जानकारी - विज्ञापन द्वारा दिया गया सन्देश सूचनात्मक होता है। विज्ञापन की सहायता से हम सम्भावित ग्राहकों को आसानी से अपने उत्पाद के बारे में जानकारी दे सकते है। विज्ञापन ग्राहकों में भ्रम पैदा करने वाला नही होना चाहिए। विज्ञापन कईं रंगों, शब्दों एवं चित्रों से सुसज्जित हो सकता है।
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5. क्रय अभिप्रेरणा - विज्ञापन क्रेताओं का ध्यान, आकर्षित करके उन्हें उत्पाद क्रय करने के लिए प्रेरित करता है। यह व्यक्ति के मन को लालायित करके ह्रदय में उस वस्तु की इच्छा को जागृत करता है।
6. परिचित प्रायोजक - प्रत्येक विज्ञापन का एक निश्चित प्रायोजक होता है। विज्ञापन में विज्ञापनकर्ता और उसके द्वारा बनाए गए उत्पाद का नाम स्पष्ट रूप से बताया जाना चाहिए ताकि विज्ञापन देखने के बाद श्रोताओं को विज्ञापनकर्ता तथा उसके उत्पाद की जानकारी प्राप्त हो सके।
7. विभिन्न रूप - विज्ञापन के विभिन्न रूपों से तातपर्य विभिन्न मीडिया से है। विज्ञापन प्रिंट मीडिया या ऑडियो विजुअल मीडिया द्वारा करवाया जा सकता है जैसे रेडियो, टी.वी., इंटरनेट, पत्रिका, समाचार-पत्र आदि।
विज्ञापन का आशय एक परिचय प्राप्त प्रायोजक द्वारा विचारों, वस्तुओं या सेवाओं का अवैयक्तिक प्रस्तुतिकरण और संवर्द्धन के ढंग से है, जिसका भुगतान किया जाता है।
अन्तराष्ट्रीय विज्ञापन की प्रकृति/विशेषताएं (Nature/Characteristics of International Advertising)
विज्ञापन की सामान्य विशेषताएं ही अन्तराष्ट्रीय विज्ञापन की विशेषताएं कहलाती है। इनका वर्णन निम्नलिखित है :
1. सामूहिक संचार - सामूहिक संचार से तातपर्य एक ही समय मे श्रोताओं के बहुत बड़े समूह के साथ संचार करने से है। विज्ञापन द्वारा एक समय पर केवल लक्षित श्रोता के साथ सम्पर्क नही किया जाता बल्कि एक बड़े जन समूह के साथ विपणन संचार किया जाता है।
निर्यात विपणन में विज्ञापन की भूमिका या महत्व या उद्देश्य जाने
2. अवैयक्तिक प्रस्तुतिकरण - विज्ञापन अवैयक्तिक होता है। इसका आशय यह है कि इसमें कोई व्यक्ति सामने नही होता अर्थात किसी व्यक्ति को देखकर विज्ञापन नही किया जाता।
3. विज्ञापन का भुगतान - विज्ञापन के लिए भुगतान किया जाता है अर्थात यह मुफ्त नही होता है। विज्ञापनकर्ता (विज्ञापन देने वाला) इसका भुगतान करता है।
4. विस्तृत जानकारी - विज्ञापन द्वारा दिया गया सन्देश सूचनात्मक होता है। विज्ञापन की सहायता से हम सम्भावित ग्राहकों को आसानी से अपने उत्पाद के बारे में जानकारी दे सकते है। विज्ञापन ग्राहकों में भ्रम पैदा करने वाला नही होना चाहिए। विज्ञापन कईं रंगों, शब्दों एवं चित्रों से सुसज्जित हो सकता है।
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5. क्रय अभिप्रेरणा - विज्ञापन क्रेताओं का ध्यान, आकर्षित करके उन्हें उत्पाद क्रय करने के लिए प्रेरित करता है। यह व्यक्ति के मन को लालायित करके ह्रदय में उस वस्तु की इच्छा को जागृत करता है।
6. परिचित प्रायोजक - प्रत्येक विज्ञापन का एक निश्चित प्रायोजक होता है। विज्ञापन में विज्ञापनकर्ता और उसके द्वारा बनाए गए उत्पाद का नाम स्पष्ट रूप से बताया जाना चाहिए ताकि विज्ञापन देखने के बाद श्रोताओं को विज्ञापनकर्ता तथा उसके उत्पाद की जानकारी प्राप्त हो सके।
7. विभिन्न रूप - विज्ञापन के विभिन्न रूपों से तातपर्य विभिन्न मीडिया से है। विज्ञापन प्रिंट मीडिया या ऑडियो विजुअल मीडिया द्वारा करवाया जा सकता है जैसे रेडियो, टी.वी., इंटरनेट, पत्रिका, समाचार-पत्र आदि।
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